उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के विशुनपुरा थाना क्षेत्र में छठ पूजा के घाटों पर तोड़फोड़ की घटना से स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए हैं। भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के सह संयोजक महेंद्र प्रताप सिंह पर आरोप है कि उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर दुदही गोला बाजार स्थित शिव पार्वती मंदिर के प्रांगण में बने छठ घाटों को नुकसान पहुंचाया। इस घटना से छठ पूजा के आयोजन में बाधा उत्पन्न हो गई है, जिसके कारण क्षेत्र में माहौल तनावपूर्ण हो गया है।
घटना की जानकारी मिलते ही धरना प्रदर्शन शुरू, सख्त कार्रवाई की मांग
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने इस कृत्य के प्रति गहरा विरोध जताते हुए धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। आक्रोशित लोगों का कहना है कि महेंद्र प्रताप सिंह के इस कृत्य से उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। उन्होंने मांग की है कि आरोपी के खिलाफ जल्द से जल्द गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजा जाए। लोग मांग कर रहे हैं कि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।
छठ पूजा का बहिष्कार करने का फैसला
इस कृत्य से आहत स्थानीय लोगों ने घोषणा की है कि वे इस साल छठ पूजा नहीं मनाएंगे। उनका कहना है कि जब उनके धार्मिक स्थलों पर इस तरह की घटना हो सकती है और प्रशासन मौन रह सकता है, तो उनका छठ पर्व का आयोजन करना असंभव है। कुछ लोगों ने यह भी कहा कि इस घटना ने उनके धार्मिक आस्था पर गहरा आघात किया है और जब तक दोषियों को सजा नहीं दी जाती, वे छठ पूजा नहीं करेंगे।
धरने में हजारों की संख्या में लोग शामिल
धरने में स्थानीय लोग भारी संख्या में शामिल हो रहे हैं। प्रमुख लोगों में मनोज कुंदन, केशव जायसवाल, राजकुमार जायसवाल, राजन ब्याहुत, अभिषेक उर्फ गांधी, अमित जायसवाल, राजू रौनियार समेत हजारों लोग मौजूद हैं। सभी का कहना है कि यह घटना केवल एक व्यक्ति का अपराध नहीं है, बल्कि एक समूची आस्था पर आघात है। वे प्रशासन से इस घटना पर सख्त कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
क्या है छठ पूजा और इसकी अहमियत?
छठ पूजा मुख्य रूप से सूर्य देव और छठी मइया की उपासना का पर्व है, जिसे बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड में बड़े उत्साह से मनाया जाता है। यह पर्व विशेष रूप से शुद्धता, समर्पण और पारिवारिक समृद्धि के लिए जाना जाता है। छठ पर्व के दौरान लोग नदी, तालाब या किसी जलाशय में उगते और डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं। इस पवित्र अनुष्ठान में हर वर्ष लाखों लोग शामिल होते हैं और इसे पूरे श्रद्धा भाव से मनाते हैं। ऐसे में छठ पूजा के घाटों पर इस तरह की घटना से लोगों की धार्मिक आस्थाओं को गहरी चोट पहुंची है, जिससे पूरे क्षेत्र में निराशा का माहौल बन गया है।
स्थानीय लोगों की मांग है कि प्रशासन जल्द से जल्द इस मामले में संज्ञान ले और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दे, ताकि धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने का साहस किसी में न हो।