राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के कार्यकर्ताओं ने विजयादशमी के मौके पर राजस्थान के जयपुर में पथ संचालन का आयोजन किया। इस दौरान आरएसएस नेता सुरेश भैयाजी ने शुक्रवार को कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और जाति को लेकर तीखे सवाल किए। उन्होंने कहा कि क्या कोई बता सकता है कि हरिद्वार किस जाति का है? भैयाजी जोशी ने ये भी कहा कि खुद को हिंदू मानने वाले लोग सभी को अपना समझते हैं।
#WATCH RSS नेता सुरेश भैयाजी जोशी ने कहा, "जाति का निर्धारण जन्म के आधार पर होता है... क्या कोई बता सकता है कि हरिद्वार किस जाति का है? क्या 12 ज्योतिर्लिंग किसी जाति के हैं? क्या देश के कोने-कोने में स्थित 51 शक्तिपीठ किसी जाति के हैं? जो लोग खुद को हिंदू मानते हैं और देश के सभी… https://t.co/cqcGQNcAYP pic.twitter.com/2UcZ9hBzUy
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 11, 2024
इस अवसर पर RSS कार्यकर्ता त्रिवेणी नगर स्थित सामुदायिक केंद्र में एकत्रित हुए। सुरेश भैयाजी जोशी ने कहा, "जाति का निर्धारण जन्म के आधार पर होता है... क्या कोई बता सकता है कि हरिद्वार किस जाति का है? क्या 12 ज्योतिर्लिंग किसी जाति के हैं? क्या देश के कोने-कोने में स्थित 51 शक्तिपीठ किसी जाति के हैं? जो लोग खुद को हिंदू मानते हैं और देश के सभी हिस्सों में रहते हैं - वे इन सभी को अपना मानते हैं। फिर भेद कहाँ है? जिस तरह से राज्य की सीमाएं हमारे बीच कोई भेद(विभाजन) पैदा नहीं कर सकती हैं, उसी तरह जन्म के आधार पर चीजें हमें विभाजित नहीं कर सकती हैं। अगर कोई गलत धारणाएं हैं, तो उसे बदलना होगा, अगर कोई भ्रम या बेकार का अहंकार है, तो उसे खत्म करना होगा..."
आरएसएस नेता ने कहा कि जन्म के आधार पर जातियां तय होती हैं। हमको हमारा नाम मिलता है। भाषा मिलती है। हमको भगवान मिलते हैं। धर्म के ग्रंथ मिलते हैं। हम कई प्रकार के महापुरुषों के वंशज कहलाते हैं। क्या वो किसी एक जाति के कारण हैं, क्या कोई कह सकता है कि हरिद्वार किस जाति का है, क्या हमारे 12 ज्योतिर्लिंग किसी जाति के हैं, क्या इस देश के कोने-कोने के 51 शक्तिपीठ किसी जाति के हैं?
सुरेश भैयाजी ने एक समाज के तौर पर सभी से भेदभाव खत्म करने और एकजुट होने की अपील की। भैयाजी ने कहा कि जाति जन्म से तय होती है। यह एक सामाजिक बुराई है। इसे खत्म करने की जरूरत है। जहां भी आपस में भेदभाव होता है, वह समाज नहीं रहता है। समाज के सभी अंग महत्वूर्ण हैं।