छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में धर्मांतरण के मामले में दो पास्टरों समेत 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। बगीचा थाना क्षेत्र के सामरबार में एक हिन्दू परिवार के यहां चंगाई सभा का आयोजन था और ईसाई धर्म का धार्मिक भजन वहाँ पर किया जा रहा था।
इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने नाराजगी जताई और धर्मान्तरण की आशंका को लेकर पुलिस को मामले की सूचना दी गई। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुँची।
पुलिस के सामने भी ग्रामीणों ने धर्मान्तरण की आशंका बताकर आयोजन का विरोध किया। पुलिस ने इस मामले में शांति भंग की धारा 151 के तहत चंगाई सभा करा रहे दो पास्टरों समेत 14 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
बगीचा के TI कुमार साय ठाकुर ने बताया कि धर्मांतरण मामले में 14 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
वहीं बस्तर संभाग के नारायणपुर में हुए आदिवासियों पर हमले को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कांग्रेस राज में आदिवासियों का उत्पीड़न अपनी चरम सीमा को लांघ रहा है। मतांतरण करने वालों के हौसले कांग्रेस राज में कांग्रेस सरकार के संरक्षण की वजह से इतने बुलंद हैं कि अब वो हिंसक हो चले हैं अब प्रदेश में धारदार हथियारों से हमला करके आदिवासियों को ईसाई मिशनरी द्वारा धर्मांतरण के लिए विवश किया जा रहा है यह हालात इतिहास के पन्नों में काले अक्षरों में अंकित होंगे। अरुण साव ने कहा भाजपा लगातार इस बात को कहती आई है कि कांग्रेस सरकार के संरक्षण में ही धर्मांतरण के कार्य चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नारायणपुर में आदिवासियों पर हुआ हमला इस बात को फिर से प्रमाणित कर रहा है क्योंकि अब आदिवासियों को लाठी डंडे से पीटा जा रहा है उनके साथ बर्बरता की जा रही है और सरकार धर्मांतरण करने वालों की रक्षक बनकर हमारे आदिवासी भाई बहनों को पीटते हुए देखकर मौन बैठी है।
कांग्रेस ने नारायणपुर की घटना को दुर्भाग्यजनक बताया है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि आरएसएस और भाजपा समाज में जो वैमनस्यता फैलाती है यह उसी का नतीजा है। लंबे समय से छत्तीसगढ़ के वनांचलो और आदिवासी समाज के बीच में भाजपा, आरएसएस जो विषवमन करने का काम कर रहे है उसके कारण लोगो में आपसी सद्दभाव खराब हुआ है और परस्पर विद्वेष पनप रहा है इस प्रकार की घटना हो रही है। भारतीय जनता पार्टी जहां पर सत्ता में नहीं रहती तथा जनसरोकारो से जब दूर हो जाती है तब धर्म का सहारा लेकर राजनीति करती है। जहां पर मुसलमान हाते है वहां पर हिन्दू मुसलमान के बीच झगड़ा करवाती है। जहां पर ईसाई होते है वहां हिन्दू ईसाई के बीच दंगे करवाती है। जहां पर दूसरे धर्म के लोग नहीं होते है वहां पर उसी धर्म जाति के लोगों के बीच में आपसी दंगे करवाती है, यही काम वह छत्तीसगढ़ में करने में लगी है।