आपको बता दें सरकार की सबसे महत्वपूर्ण योजना जिसके अंतर्गत गांव को स्वच्छ व साफ सुथरा रखने के लिए ओडीएफ योजना को शुरू किया गया था इस योजना को तीन चरण में पूरा किया जाना था पहले चरण में गांव को खुले में शौच मुक्त किए जाने के उद्देश्य से हर घर में एक सोचालय का निर्माण सरकारी अनुदान से किया जाना था जिसमें कहीं ना कहीं सरकार को बड़े पैमाने पर सफलता भी हाथ लगी है हालांकि इस योजना में भी कई जगह से अवैध धन उगाही की खबरें लगातार सामने आती रही है
दूसरे चरण जिसे ओडीएफ प्लस का नाम दिया गया में गांव से निकलने वाला कूड़ा कचरा व मृत पशुओं के अवशेष को ग्रामसभा की जमीन पर कूड़ाघर बनाकर वहा जैविक खाद बनाया जाना था लेकिन जनपद मुजफ्फरनगर के विकासखंड चरथावल के अंतर्गत कई गांव में इसके ठीक विपरीत कार्य किया जा रहा है जहां सबसे पहले सरकार की योजना के ठीक विपरीत कूड़ा घर लोक निर्माण विभाग की जमीन यानी राजकीय संपर्क मार्ग के किनारे बना दिए गए उसके बाद गांव का सारा कूड़ा कचरा वह अमृत पशुओं के अवशेष वहां लाकर डाले जा रहे हैं जिससे क्षेत्र में दुर्गंध पैदा हो गई है यहां से निकलने वाले राहगीरों का अब निकलने दूभर हो गया है दूसरे चरण में कहीं ना कहीं यह योजना अब दम तोड़ती दिखाई दे रही है ओडीप्लस योजना लागू करने में भ्रष्टाचार का बड़ा खेल सामने आया है यहां सरकार की मनसा के ठीक विपरीत योजना को पलीता लगाने का कृत्य किया गया है।
आपको बता दें लोक निर्माण विभाग की सड़क या जमीन पर अन्य कोई विभाग किसी भी सूरत में कोई निर्माण कार्य नहीं कर सकता है लेकिन यहां भ्रष्ट अधिकारियों का कारनामा सामने आया है केवल पैसे की बंदरबांट के लिए पीडब्ल्यूडी की सड़कों पर गंदगी के खत्ते बना दिए गए जो अब गांव वालों के साथ-साथ राहगीरों के लिए मुसीबत खड़े हो गए हैं गांव दधेडु कला की बात की जाए तो यहां नर्क जैसी स्थिति बन गई है जहां पीडब्ल्यूडी की सड़क पर ही मृत पशुओं के अवशेष सहित अन्य कूड़ा करकट डाला जा रहा है लेकिन भ्रष्ट अधिकारियों के साथ-साथ लोक निर्माण विभाग के अधिकारी भी कुंभकरण की नींद सोए हुए हैं जानकारों की माने तो केवल पैसों की बंदरबांट के लिए यह कृत्य किया गया है। जिसके लिए ग्राम विकास अधिकारी व विकास खंड अधिकारी मुख्य विकास अधिकारी सीधे-सीधे जिम्मेदार हैं अब बड़ा सवाल यह उठता है कि किसकी संस्तुति से यह गंदगी के खाते लोक निर्माण विभाग की जमीन पर बनाए गए और किसकी संस्तुति से यह पैसा निकाला गया है।
सुदर्शन न्यूज़ की टीम ने जब ग्राउंड जीरो पर जाकर देखा तो नजारा चौंकाने वाला था यहां ओडीएफ योजना के नाम पर सरकार की योजनाओं को केवल पलीता लगाया जा रहा है गांव दधेड़ू खुर्द में सरकार की मंशा के ठीक विपरीत विकास के नाम पर पैसा निकाला गया है साथ ही गांव से निकलने वाला गंदा पानी पंप के माध्यम से रजवाहे में डाला जा रहा है जो आगे जाकर हिंडन नदी से जमना नदी के बाद गंगा में जाकर मिलता है जिससे गंगा नदी जो नमामि गंगे योजना के तहत स्वच्छ करने के अभियान के ठीक विपरीत गंगा को साफ करने के बजाय भ्रष्ट अधिकारियों के द्वारा गंगा को प्रदूषित किया जा रहा है।