दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के दौरान दंगा प्रभावित क्षेत्रों में अच्छा मतदान देखने को मिला। साल 2020 के दिल्ली दंगे के बाद इन इलाकों में हिंसा और आगजनी के कारण स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी। इस बार विधानसभा चुनावों में इन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया गया। कुल छह सीटों पर मतदान हुआ, जिनमें से चार पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को बढ़त मिली है।
BJP को 4 सीटों पर मिली बड़ी बढ़त
घोंडा क्षेत्र में बीजेपी के अजय महावर और आम आदमी पार्टी (आप) के गौरव शर्मा के बीच मुकाबला हो रहा है। पहले राउंड के बाद अजय महावर ने 3018 वोटों से बढ़त बनाई है। यहां 15 राउंड की गिनती होनी है।
करावल नगर में कपिल मिश्रा की लीड
बीजेपी ने करावल नगर से कपिल मिश्रा को उम्मीदवार बनाया है, जो पहले आप के नेता थे। वर्तमान में कपिल मिश्रा 6470 वोटों से आप उम्मीदवार मनोज कुमार त्यागी से आगे चल रहे हैं। यहां 24 राउंड की गिनती होनी है, लेकिन अब तक केवल दो राउंड की गिनती हुई है।
गोकलपुर में बीजेपी उम्मीदवार की स्थिति मजबूत
गोकलपुर सीट पर बीजेपी के प्रवीण निमेष को उम्मीदवार बनाया गया है। वह आप के सुरेंद्र कुमार से 1419 वोटों से आगे चल रहे हैं। यहां 22 राउंड की गिनती होनी है और अभी तक दो राउंड की गिनती पूरी हुई है।
मुस्तफाबाद में बीजेपी को भारी बढ़त
मुस्तफाबाद में बीजेपी के मोहन सिंह बिष्ट ने आप के आदिल अहमद खान पर 11,315 वोटों की लीड बना ली है। यहां 20 राउंड की गिनती होनी है, लेकिन अभी तक दो राउंड की गिनती पूरी हो पाई है।
AAP को दो सीटों पर बढ़त
बाबरपुर क्षेत्र में आम आदमी पार्टी के गोपाल राय और बीजेपी के अनिल कुमार वशिष्ट के बीच मुकाबला है। यहां 19 राउंड की गिनती होनी है, और दो राउंड के बाद गोपाल राय 5602 वोटों से आगे चल रहे हैं।
सीलमपुर में जुबैर अहमद की मामूली बढ़त
सीलमपुर सीट पर आम आदमी पार्टी के चौधरी जुबैर अहमद बीजेपी के अनिल कुमार शर्मा से 782 वोटों की मामूली बढ़त बनाए हुए हैं। यहां 19 राउंड की गिनती होनी है, और पहले दो राउंड के बाद जुबैर अहमद आगे चल रहे हैं।
दंगा प्रभावित इलाकों में वोटिंग प्रतिशत
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के दौरान दंगा प्रभावित इलाकों में वोटिंग प्रतिशत बहुत अच्छा रहा। मुस्तफाबाद में 69%, सीलमपुर में 68.7%, गोकुलपुर में 68.3%, बाबरपुर में 66%, घोंडा में 61.03%, और करावल नगर में 64.44% मतदान हुआ। यह मतदान संकेत देता है कि जनता ने चुनाव में अपना महत्वपूर्ण वोट डाला, जिससे इन इलाकों की राजनीतिक स्थिति स्पष्ट हो सके।