जिले में चार पहिया बस या बड़े वाहन हैं, जिनमें यात्री सफर करते हैं, उनके लिए एक प्रोटोकॉल है कि हर बस या चार पहिया वाहन की फिटनेस कराना आवश्यक है। यदि फिटनेस प्रमाण पत्र उसके पास है तभी वह सड़क पर चलने के लायक है।
इस संबंध में कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने कहा जिन वाहनों के फिटनेस प्रमाण पत्र नहीं है, उन वाहनों की सूची सार्वजनिक की गई है, वह सूची सोशल मीडिया पर भी डलवा दी गई है। पुलिस और परिवहन विभाग को ऐसे वाहन मिलने पर निर्देश दिए हैं कि ऐसे कोई भी वाहन सड़क पर दौड़ते हुए नहीं पाये जाने चाहिए और यदि मिलते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाये, चालानी कार्रवाई और अन्य विधिक कार्रवाई की जाए।
कलेक्टर श्री कोचर ने कहा आमजन को भी ऐसे वाहन चलते हुए दिखाई देते हैं तो हमें इसकी सूचना दें इस तरह के वाहनों के नंबर देने का उद्देश्य यही है कि उन वाहनों में सफर न करें, यह आपके लिए खतरनाक हो सकते हैं। परिवहन व्यवस्था को सुचारू और सुरक्षित बनाने के लिए इन चीजों का आवश्यक ध्यान रखें।
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