पाकिस्तान हमेश से भारत की भावनाओं को ठेस पहुंचाता रहा है। इस बार पाकिस्तान ने सिखो के धर्म को भावनात्मक रूप से ठेस पहुंचाया है। पाकिस्तान में करतारपुर साहिबसे कुछ दूरी पर दी गई एक पार्टी विवादों में है। प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट के सीईओ ने एक पार्टी दी थी। जिसमें सिखों के पवित्र स्थान करतारपुर साहिब से महज 1 किलोमीटर दूरी पर जमकर शराब और मांस परोसा गया।
8 नवंबर को हुई इस पार्टी में नारोवाल जिले के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल हुए। इसके इलावा कई समुदायों के 80 से ज्यादा लोग शामिल हुए थे। इस मामले के सामने आने के बाद भारत के लोगों में गुस्सा है।
हेड ग्रंथी के पार्टी में शामिल होने पर बवाल!
बताया जाता है कि श्री करतारपुर साहिब गुरुद्वारा के प्रमुख जयनी गोबिंद सिंह इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे। हालाँकि, बाद में सिख समुदाय को पता चला कि कार्यक्रम में मांस और शराब परोसी गई थी और उन्होंने इसका विरोध किया।
भारत ने किया विरोध
पाकिस्तान में हुई इस पार्टी में सिख समुदाय में आक्रोश देखने को मिल रहा है। सिख समुदाय ने पाकिस्तान के खिलाफ अपना विरोध जताया है। उनके साथ-साथ बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा भी इसके विरोध में थे। उन्होंने इसके लिए पाकिस्तान की तीखी आलोचना की है।
करतारपुर साहिब क्या है?
बता दें कि करतारपुर साहिब गुरुद्वारे को गुरुद्वारा दरबार साहिब भी कहा जाता है। ये पाकिस्तान में है। करतारपुर साहिब सिखों का सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। गुरु नानक देव ने अपने जीवन के अंतिम वर्ष करतारपुर साहिब में बिताए। गुरु नानक यहां लगभग 16 वर्षों तक रहे। करतारपुर साहिब में सिखों के पहले गुरु, गुरु नानक देव ने अपने प्राणों का बलिदान दिया था। इसके बाद उसी स्थान पर गुरुद्वारा दरबार साहिब बनाया गया।