इनपुट-रोहित बाजपेई, लखनऊ
लखनऊ एक तरफ जहां सरकार प्रदेश को स्वच्छ बनाने में बड़े-बड़े बजट पास कर रही है वहीं नगर निगम के अधिकारी और सफाई कर्मचारी स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ाने में अपनी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं l लखनऊ के नगर निगम जोन -4 केल्विन तालु केदार वार्ड के अधिकारी और सफाई कर्मचारी सफाई के नाम पर खानापूर्ति भी नहीं कर रहे हैं जिस कारण क्षेत्र के सभी क्षेत्र वासियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है जिस कारण क्षेत्रवासी सरकार की नीतियों पर ही सवाल उठा रहे हैं l
जहां एक तरफ शहर की मेयर सुषमा खर्कवाल प्रधानमंत्री मोदी के मिशन स्वच्छता अभियान को अमली जामा पहनाने के लिए अपने सभासदों के साथ बैठके कर रही हैं लेकिन उन बैठकों का कोई भी फायदा आम जनता को नहीं मिल रहा है क्षेत्र के सभासद भी निष्क्रिय साबित हो रहे हैं l जहां एक तरफ डेंगू मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारियों की मौसम बदलते ही आगाज हो जाती है। वही लखनऊ नगर निगम किसी भी तरह की सुरक्षा तैयारी में विफल रहता है। लखनऊ नगर निगम की निष्क्रियता का अंजाम आम जनता को भुगतना पड़ता है और नगर निगम के अधिकारी सरकार की फजीहत करने में लगे रहते हैं। लखनऊ स्मार्ट सिटी बने इसके लिए सरकार दिन-रात लगी हुई है लेकिन नगर निगम के अधिकारी अपने शहर की दुर्दशा करने में लगे हुए हैं l