महाकुंभ 2025 के आयोजन का आज 28वां दिन है, और संगम में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ स्नान के लिए उमड़ पड़ी है। हर साल की तरह इस बार भी महाकुंभ का आयोजन भारतीय संस्कृति और धार्मिकता के प्रतीक के रूप में हो रहा है। प्रयागराज का संगम क्षेत्र आजकल श्रद्धालुओं के लिए एक अद्भुत धार्मिक स्थल बन चुका है, जहां लाखों लोग गंगा, यमुन और सरस्वती नदियों के संगम में स्नान करने के लिए आ रहे हैं।
बता दें कि अब तक महाकुंभ में 42.76 करोड़ से अधिक श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं, और यह संख्या लगातार बढ़ रही है। हर दिन लाखों श्रद्धालु संगम के तटों पर आते हैं और धार्मिक कृत्य में भाग लेते हैं। महाकुंभ में जारी भक्तों का सैलाब यह दर्शाता है कि इस धार्मिक आयोजन का प्रभाव न केवल भारतीयों पर बल्कि पूरी दुनिया पर पड़ रहा है।
महाकुंभ के दौरान भारी भीड़ को देखते हुए कुछ विशेष व्यवस्थाओं का ध्यान रखा गया है, लेकिन फिर भी यातायात की समस्या बनी हुई है। श्रद्धालुओं के बढ़ते दबाव के कारण महाकुंभ स्पेशल ट्रेनों का परिचालन रद्द कर दिया गया है। इससे दूर-दराज से आने वाले भक्तों को परेशानी का सामना करना पड़ा। कई किलोमीटर लंबा जाम भी लग चुका है, जिससे यातायात में भारी अव्यवस्था हो रही है। प्रशासन लगातार इस पर नियंत्रण पाने के लिए कदम उठा रहा है।
प्रयागराज में जाम की स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने कई उपाय किए हैं, लेकिन श्रद्धालुओं का बहुमत इस भीड़-भाड़ को सहन करते हुए अपने धार्मिक कृत्यों को पूरा कर रहा है।