सत्यपाल सिंह ने रविवार को ट्विटर पर रैंकिग के हिसाब से 25 जिलों की सूची पोस्ट की है जिसमें सबसे ऊपर बागपत, दूसरे नंबर पर अम्बेडकरनगर और तीसरे नंबर पर लखनऊ है। वही सबसे नीचे जौनपुर का नाम है और उनसे थोड़ा ऊपर अमेठी और हापुड़ है। सांसद ने ये भी बताया कि बागपत 2014 में विकास के पैमाने पर 56वें स्थान पर था लेकिन आज पहले स्थान पर है।
सत्यपाल सिंह ने सूची जारी करते हुए कैप्शन में लिखा- “यूपी के 75 जिलों में बागपत 2014 में विकास के पैमाने पर 56वे स्थान पर था, आज पहले पर है। पिछले 6 वर्षों में विकास के जितने काम बागपत क्षेत्र में हुए, इतने पिछले कई दशकों में नहीं हुए। मैं इसके लिए बागपत के युवाओं को, बुजुर्गों के आशीर्वाद को, मोदी जी और योगी जी के नेतृत्व को देता हूं।
वही सत्यपाल सिंह की बेटी और भारतीय जनता युवा मोर्चा की नेशनल लीगल इनचार्ज चारु प्रज्ञा ने भी ये खबर शेयर करते हुए खुशी जाहिर की है।
उन्होंने शनिवार को ट्वीट करते हुए लिखा- “उत्तर प्रदेश सरकार के कार्यक्रम कार्यान्वयन विभाग द्वारा जारी 2020 की रैंकिंग में यूपी के 75 जिलों में से बागपत विकास में नंबर 1 है। 2014 में 56 वें स्थान से 2020 में पहले स्थान तक - यह प्रगति सांसद सत्यपाल सिंह जी के अपने गांव और लोगों के प्रति एक दृष्टिकोण का स्तोत्र है।”
वही मुज़फ्फरनगर की बात करे तो जनपद से सत्ताधारी पार्टी के तीन मंत्री 3 विधायक मिलकर भी मुज़फ्फरनगर को यह पहचान नहीं दिला पाए है जो बागपत के इकलोते सांसद ने कर दिखाया है,जनपद मुज़फ्फरनगर में विकासकार्यो की बात करे तो बहुत कुछ बदलाव यहाँ नहीं हुआ है सड़को में आज भी खड्डे है जो तत्कालीन सरकारों के समय पर होते थे अवैध अतिकर्मण जनपद की सबसे बड़ी समस्या रही है जिसका अभी तक निवारण नहीं हो पाया है अब देखना यह होगा की जनपद मुज़फ्फरनगर को बदलने में और कितने साल इंतजार करना होगा अब देखना यह होगा आने वाले वक्त में जनपदवासी जनपद को बदलना चाहते है या जनप्रतिनिधियो को ?
रिपोर्ट
समर ठाकुर/जिलाप्रभारी सुदर्शन न्यूज़
Mob-9368004900