रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने NCC कैडेट्स को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक 'विकसित भारत' के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए कड़ी मेहनत करने का आह्वान किया। उन्होंने NCC कैडेट्स को भारत का अमूल्य संपत्ति बताते हुए कहा कि वे 'नेतृत्व', 'अनुशासन', 'महत्वाकांक्षा' और 'देशभक्ति' जैसी विशेषताओं के जरिए राष्ट्र निर्माण में योगदान दे रहे हैं।
'विकसित भारत' का सपना है सभी कैडेट्स की जिम्मेदारी
रक्षा मंत्री ने दिल्ली कैंट में NCC गणतंत्र दिवस शिविर में कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया है। वे स्वयं NCC कैडेट रहे हैं, इसलिए यदि एक पूर्व NCC कैडेट ने यह सपना देखा है, तो सभी अन्य कैडेट्स की जिम्मेदारी बनती है कि वे इसे साकार करें। विकसित भारत का मतलब सिर्फ भूमि का विकास नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों का विकास है, जो सामाजिक और सांस्कृतिक विविधताओं के बावजूद एकजुट रहते हैं।"
NCC कैडेट्स की अनुशासन और देशभक्ति की सराहना
रक्षा मंत्री ने NCC कैडेट्स की प्रतिबद्धता, अनुशासन और देश के प्रति उनके प्यार की सराहना की। उन्होंने कहा, "जब भी मैं NCC कैडेट्स से मिलता हूं, तो मैं केवल एक कैडेट नहीं देखता, मैं भारत की छवि देखता हूं, जो विभिन्न क्षेत्रों, भाषाओं और परंपराओं से जुड़ा हुआ है, लेकिन इन सभी में एक चीज समान है - ‘एकता’। इनकी ऊर्जा और उत्साह यह सिद्ध करते हैं कि भारत का भविष्य उज्जवल है।"
नेतृत्व की सच्ची परिभाषा: मेजर संदीप उन्नीकृष्णन का बलिदान
रक्षा मंत्री ने कैडेट्स को नेतृत्व की सही परिभाषा समझाते हुए 26/11 मुंबई हमलों में शहीद हुए मेजर संदीप उन्नीकृष्णन का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा, "मेजर उन्नीकृष्णन के शब्द 'मत आओ, मैं इन्हें संभाल लूंगा' केवल उनकी विजयी मानसिकता और दया भावना का प्रमाण नहीं, बल्कि उनके नेतृत्व की क्षमता का भी प्रतीक थे। NCC इन्हीं गुणों को संजोने का कार्य करता है।"
बदलते समय के साथ खुद को ढालने की आवश्यकता
रक्षा मंत्री ने कैडेट्स से आग्रह किया कि वे कभी भी सीखना बंद न करें, क्योंकि परिस्थितियाँ बदलती रहती हैं और हर बार नए दृष्टिकोण और कौशल की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा, "पुराने दृष्टिकोण से नए समस्याओं का समाधान नहीं हो सकता। भविष्य को ध्यान में रखते हुए, कौशल विकास को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।"
NCC कैडेट्स के सम्मान में रक्षा मंत्री की उपस्थिति
रक्षा मंत्री ने NCC के तीनों विंग्स के कैडेट्स द्वारा प्रस्तुत 'गार्ड ऑफ ऑनर' की समीक्षा की। इस अवसर पर 'इंवेस्टिचर समारोह' भी आयोजित किया गया, जिसमें उत्कृष्ट प्रदर्शन और कर्तव्य में निष्ठा के लिए कैडेट्स को रक्षा मंत्री पदक और प्रशंसा पत्र प्रदान किए गए। इस वर्ष, रक्षा मंत्री पदक के सम्मानित कैडेट्स में केरल एवं लक्षद्वीप निदेशालय के अंडर ऑफिसर थेजा वी.पी. और उत्तर-पूर्व क्षेत्र निदेशालय के सीनियर अंडर ऑफिसर आर्यमित्र नाथ शामिल थे।
सांस्कृतिक और सामाजिक प्रदर्शनी
समारोह के बाद, NCC कैडेट्स द्वारा मिज़ो हाई स्कूल, ऐज़ॉवल के द्वारा एक शानदार बैंड प्रदर्शन प्रस्तुत किया गया। रक्षा मंत्री ने 'फ्लैग एरिया' का भी दौरा किया, जहां 17 निदेशालयों के कैडेट्स ने विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर प्रदर्शनी लगाई। इसके बाद उन्होंने 'आइडिया और इनोवेशन' प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया, जिसमें कैडेट्स ने अपनी विभिन्न परियोजनाओं की जानकारी दी। इस अवसर पर DG NCC लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह और रक्षा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।