पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले के बाद भारत का रुख इतना सख्त हुआ कि पाकिस्तान की नींद उड़ गई है। मोदी सरकार के संभावित प्रतिघात से घबराया पाकिस्तान अब नए मोर्चे खोल रहा है- इस बार डिजिटल जंग छेड़ दी गई है।
जानकारी के मुताबिक, बीते 48 घंटों में दो बार भारतीय सेना की वेबसाइट को हैक करने की नापाक कोशिश की गई, लेकिन हमारे साइबर योद्धाओं ने पाकिस्तान की हर साजिश को ध्वस्त कर दिया। ये वही पाकिस्तान है जो गोली चलाने के बाद बिरयानी की उम्मीद रखता था- लेकिन अब जानता है कि जवाब ‘गोलियों’ से मिलेगा।
"Internet of Khilafah" यानी IOK Hacker नाम से चलने वाले पाकिस्तान-प्रायोजित हैकर्स ने भारतीय सेना की डिजिटल व्यवस्था पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय साइबर कमांड ने उनकी हर एक चाल को समय रहते नाकाम कर दिया।
सेना से जुड़ी वेबसाइटों को बनाया निशाना
पाकिस्तानी हैकर्स ने सेना के कल्याण और शिक्षा से जुड़ी वेबसाइटों को टारगेट किया। जिन वेबसाइटों पर हमला किया गया, उनमें आर्मी पब्लिक स्कूल श्रीनगर, आर्मी पब्लिक स्कूल रानीखेत, आर्मी वेलफेयर हाउसिंग ऑर्गेनाइजेशन (AWHO) और भारतीय वायुसेना प्लेसमेंट पोर्टल शामिल हैं। APS श्रीनगर पर तो DDoS हमला भी किया गया, लेकिन हमारी साइबर सुरक्षाबलों की सतर्कता ने उन्हें एक इंच भी आगे नहीं बढ़ने दिया।
देश के दुश्मनों की औकात फिर उजागर
इस हमले में कोई भी संवेदनशील या गोपनीय जानकारी लीक नहीं हुई। चारों वेबसाइटों को समय पर अलग कर पुनर्स्थापित कर दिया गया। भारतीय सेना ने साफ कर दिया है कि चाहे जमीनी जंग हो या डिजिटल युद्ध— दुश्मन को हर मोर्चे पर जवाब मिलेगा।
दुश्मनों की साजिश, भारत की सर्जिकल तैयारी
ये घटनाएं साबित करती हैं कि पाकिस्तान की नीयत अब भी नापाक है, लेकिन उसकी हैसियत सिर्फ शोर मचाने तक सीमित रह गई है। भारत की सैन्य साइबर प्रणाली लगातार अपग्रेड हो रही है और सैनिकों व उनके परिवारों की सुरक्षा के लिए हर स्तर पर चौकसी बरती जा रही है।