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5 दिनों से घर नहीं लौटे योद्धा पूर्णम साव; ना-पाक फ़ौज के चंगुल से निकालने के प्रयास जारी...पूरी BSF खड़ी हुई अपने वीर के साथ, इस्लामिक मुल्क की आतंकियों जैसी करतूत

पाकिस्तानी रेंजर्स की नापाक करतूत एक बार फिर सामने आई है

Sumant Kashyap
  • Apr 29 2025 6:02PM

पाकिस्तानी रेंजर्स की नापाक करतूत एक बार फिर सामने आई है. बीएसएफ का एक जवान जो गलती से अंतरराष्ट्रीय सीमा लांघ कर पाकिस्तान चला गया था, उसे अब तक वापस नहीं किया गया है. इस घटना को 5 दिन से ज्यादा बीत चुके हैं, लेकिन पाकिस्तान की ओर से जवान की रिहाई को लेकर अब तक कोई सकारात्मक संकेत नहीं आया है. सवाल ये उठता है क्या पाकिस्तान एक सैनिक को बंधक बनाकर फिरौती जैसी घटिया चाल चल रहा है?

जानकारी के लिए बता दें कि भारत हमेशा अपनी मर्यादा और संस्कृति का परिचय देता आया है. जब-जब पाकिस्तानी रेंजर भारत की सीमा में पकड़े गए, उन्हें सम्मानपूर्वक वापस भेजा गया, लेकिन पाकिस्तान ने इंसानियत और अंतरराष्ट्रीय समझौतों को ताक पर रखकर हमारे जवान के साथ आतंकी जैसा व्यवहार शुरू कर दिया है. 

क्या गलती से सीमा पार चला जाना अपराध है? नहीं! लेकिन पाकिस्तान उसे आतंकवादी की तरह ट्रीट कर रहा है. वहीं, इस मामले को लेकर बीएसएफ के अधिकारी और भारत सरकार जवान के साथ मजबूती से खड़े हैं. जवान के परिजनों को हर संभव भरोसा दिलाया गया है कि उनका बेटा जल्द और सुरक्षित वापस आएगा.

उधर, बीएसएफ अधिकारियों ने जवान को वापस लाने के लिए अब तक तीन बार पाकिस्तान रेंजर्स के साथ फ्लैग मीटिंग की है. इसके बावजूद पाकिस्तान लगातार टालमटोल कर रहा है और जवान को सौंपने से इनकार कर रहा है. बता, दें कि बीएसएफ ने जवान की सुरक्षित वापसी के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं. अधिकारी लगातार पाकिस्तानी समकक्षों के संपर्क में हैं. 

बता दें कि 182वीं बटालियन के कांस्टेबल किसानों को बॉर्डर के पास लगी बाड़ के पास ले जा रहे थे, तभी वे गलती से पाकिस्तानी सीमा में दाखिल हो गए और रेंजर्स ने उन्हें पकड़ लिया. बीएसएफ जवान वर्दी में थे और उनके पास उनकी सर्विस राइफल थी. 

जानकारी के लिए बता दें कि बीएसएफ अधिकारी पूर्णम कुमार साव के घर पहुंचे. करीब 10 बीएसएफ अधिकारी रविवार (27 अप्रैल 2025) को रिसड़ा स्थित उनके घर पहुंचे. अधिकारियों ने करीब 20 मिनट तक परिवार के सदस्यों से बातचीत कर उन्हें हिम्मत बनाए रखने को कहा. गौरतलब है कि 40 वर्षीय पूर्णम को 5 दिन पहले पाकिस्तानी रेंजरों ने गिरफ्तार कर लिया था.

बता दें कि पंजाब के पठानकोट में फिरोजपुर सीमा पर बीएसएफ 24 बटालियन के कांस्टेबल पूर्णम साव तब ड्यूटी पर तैनात थे. जब वह ड्यूटी करते समय थोड़ा थक गये, तो एक पेड़ के नीचे विश्राम करने लगे, तब से पूर्णम की कोई खोज नहीं मिली है. परिवार चिंता में दिन काट रहे है. माता- पिता बेटे की सकुशल वापसी का इंतजार कर रहे हैं. पूर्णम की पत्नी रजनी रविवार (27 अप्रैल 2025) को पठानकोट के लिए रवाना होने वाली थी हालांकि, उन्होंने यात्रा को एक दिन के लिए स्थगित कर दिया.

 


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