राहुल गांधी ने दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने लिखा कि, "मैं इस पत्र के माध्यम से आपको दिल्ली के AIIMS के बाहर उत्पन्न हुई गंभीर स्थिति की ओर आपका ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं। हाल ही में ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के बाहर मेरे दौरे के दौरान, मैंने सर्दी के मौसम में सैकड़ों मरीजों और उनके परिजनों को फुटपाथ और सबवे पर जमा देखा। उनके पास केवल पतली चादरें थीं और न तो पीने के पानी की व्यवस्था थी और न ही शौचालय की सुविधा। कई मरीज देश के विभिन्न हिस्सों से आकर, अपनी जीवनभर की जमा-पूंजी खर्च कर, महीनों तक इलाज का इंतजार कर रहे हैं।"
राहुल गांधी ने आगे लिखा कि,"ये दृश्य अत्यंत दुःखदायक थे, क्योंकि कोई भी व्यक्ति ऐसी कठिनाइयों का सामना न करे, खासकर जब वह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहा हो। जैसा कि आप सहमत होंगी, इस प्रकार की स्थिति किसी भी नागरिक के लिए अस्वीकार्य है।"
राहुल ने लिखा कि, "हालांकि AIIMS दिल्ली भारत के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों में से एक है और उत्कृष्ट एवं सस्ती चिकित्सा सेवाएं प्रदान करता है, लेकिन मरीजों और उनके परिवारों की कठिनाइयां यह दर्शाती हैं कि स्वास्थ्य सेवाएं अभी भी करोड़ों भारतीयों के लिए पहुंच से बाहर हैं। यह स्थिति इस बात का संकेत है कि हमें सभी को मिलकर इस समस्या का समाधान तलाशना चाहिए।"
सरकार से तत्काल कदम उठाने की अपील
राहुल गांधी ने आगे लिखा कि, "मैं दिल्ली सरकार से अपील करता हूं कि इस सर्दी में तुरंत और समय रहते कदम उठाए जाएं, ताकि AIIMS दिल्ली में इलाज के लिए आए मरीजों को गर्मी, बिस्तर, पानी और आश्रय की सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। इसके अलावा, मरीजों के लिए स्थायी सुविधाओं का निर्माण और विस्तार करने के उपाय भी तलाशे जाने चाहिए, जो AIIMS और भारत सरकार के साथ-साथ दानकारी संगठनों के सहयोग से संभव हो।"
उन्होंने लिखा कि, "यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण मानवीय मामला है और मैं आपसे निवेदन करता हूं कि आप इस पर शीघ्र हस्तक्षेप करें। आप इस प्रयास में मेरी पूरी समर्थन का आश्वासन देता हूं, ताकि अनगिनत मरीजों और उनके परिवारों की पीड़ा को कम किया जा सके।"