सैनीक स्कूल कोरुकोंडा के छात्र मास्टर उत्कर्ष मोहन भानारकर की सुरक्षित वापसी में स्पीयर कोर की त्वरित कार्रवाई ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मास्टर उत्कर्ष 19 दिसंबर 2025 को सिकंदराबाद से विजयनगरम जाते समय लापता हो गए थे।
मास्टर उत्कर्ष का अपहरण और धोखाधड़ी का खुलासा
23 जनवरी को, उत्कर्ष ने अपने पिता से संपर्क कर बताया कि उसे कुछ बदमाशों ने नशीला पदार्थ खिलाकर लूटा और अब वह अगर्तला की ओर जा रहा था। इसके बाद, उनके माता-पिता ने स्पीयर कोर से सहायता मांगी।
स्पीयर कोर और सुरक्षा बलों की तत्परता
स्पीयर कोर ने तत्काल रेलवे सुरक्षा बल और बाल कल्याण आयोग से संपर्क किया। उनके समन्वय से, उत्कर्ष को अगर्तला रेलवे स्टेशन पर सुरक्षित रूप से बचा लिया गया।
चिकित्सा सहायता और घर वापसी
मास्टर उत्कर्ष को बचाने के बाद, उन्हें चिकित्सा सहायता प्रदान की गई और एक नागरिक विमान से उन्हें उनके घर भेजा गया। 25 जनवरी 2025 को वह अपने माता-पिता के पास सकुशल लौटे, जिससे यह तनावपूर्ण घटनाक्रम समाप्त हुआ।
स्पीयर कोर की बहादुरी और त्वरित प्रतिक्रिया
इस घटना ने स्पीयर कोर की प्रभावी प्रतिक्रिया और बल के सदस्यों की तत्परता को उजागर किया, जिसने एक छात्र की जान बचाई और उसे अपने परिवार के पास सुरक्षित लौटने का मौका दिया।