इनपुट-अंशुमान दुबे, लखनऊ
राजनाथ सिंह लखनऊ को नयी ऊँचाइयों पर लेकर जा रहे हैं, उनके प्रयासों से लखनऊ में ब्रह्मोस का प्लांट लग रहा है, राजनाथ सिंह लखनऊ में आउटर रिंग रोड बनवा रहे हैं, फ्लाई ओवर बनवा रहे हैं, लखनऊ की जनता को उनसे विशेष लगाव है, राजनाथ सिंह अभूतपूर्व मतों से लोकसभा चुनाव जीतेंगे। ये बाते कहीं हैं सरोजनीनगर से भाजपा विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने मौका था सोमवार को लखनऊ संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी राजनाथ सिंह और मोहनलालगंज से भाजपा प्रत्याशी कौशल किशोर के नामांकन का।
सोमवार को राजधानी लखनऊ पूरी तरह से भगवामय नजर आ रही थी, सुबह से ही प्रदेश भाजपा कार्यालय पर कार्यकर्ताओं का हुजूम और बैनर पोस्टर से पटी सड़कें, प्रशासन ने भी इस मौके पर चाक चौबंद तैयारी कर रखी थी। सरोजनीनगर विधायक राजेश्वर सिंह भी सुबह ही अपने हज़ारों समर्थकों और कार्यकर्ताओं के साथ प्रदेश भाजपा मुख्यालय पहुँच गए। राजनाथ सिंह उत्तर प्रदेश के सीएम् योगी और उत्तराखंड के सीएम् पुष्कर सिंह धामी, दोनों डिप्टी सीएम् ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य, मोहनलालगंज संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी कौशल किशोर, लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल और राजधानी लखनऊ के सभी विधायकों के साथ भगवा रथ पर सवार होकर नामांकन करने लखनऊ कलेक्ट्रेट पहुंचे, इस बीच पूरे रास्ते भर कार्यकर्ताओं ने अपने नेताओं पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।
इस अवसर पर मौजूद रहे सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि विपक्ष के पास पिछली बार से भी कम सीटें आएगी क्योंकि उनके पास न विकास की कोई बात है, न सुशासन का कोई मुद्दा, न नीतियां हैं न कोई नीयत है, वो सिर्फ जातिवाद की बाते करते हैं। विपक्ष के लोग केवल भ्रम फैलाते रहे हैं, कांग्रेस राम को काल्पनिक कहती रही, उनके पास अयोध्या जाने का समय नहीं है। ईडी, सीबीआई से जुड़े मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि जहाँ पर भ्रष्टाचार है वहां पर ईडी, सीबीआई है, ईडी स्वतंत्रता पूर्वक अपना कार्य कर रही है।
मुख्तार अंसारी से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि माफियाओं का कोई समर्थन नहीं होना चाहिए, मुख्तार के खिलाफ 80 से ज्यादा मुकदमे, 10 से ज्यादा हत्या के मुक़दमे थे, अखिलेश यादव द्वारा उनके घर जाना और समर्थन देना ठीक नहीं है। पहले और दूसरे चरण में गिरते वोटिंग परसेंटेज के सवाल पर डॉ. सिंह ने कहा कि विपक्षी की सीटें इस बार 2019 के मुकाबले और ज्यादा घटेंगी क्योंकि उनका वोटर भी जान गया है की विपक्ष कहीं जीत नहीं रही, इसीलिए वो वोट देने घर से नहीं निकला रहा।