सोमवती अमावस्या का दिन विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा के लिए समर्पित होता है। आज आखिरी अमावस्या यानी पौष अमावस्या है। चूंकि आज सोमवार है, इसलिए इसे सोमवती अमावस्या कहा जाता है। अमावस्या वह तिथि है जब सूर्य और चंद्रमा एक साथ होते हैं। इसमें सूर्य और चंद्रमा के बीच का अंतर शून्य हो जाता है। यह तिथि पितरों की तिथि मानी जाती है। इसमें चंद्रमा की शक्ति जल में प्रवेश करती है। इस तिथि पर राहु और केतु की पूजा विशेष फलदायी होती है। इस दिन दान और व्रत का विशेष महत्व है। इस दिन विशेष प्रयोग करने से विशेष लाभ मिलता है।
पौष अमावस्या पौष मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को पड़ती है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान का बहुत महत्व है। मान्यता है कि पीपल के पेड़ में पितरों का वास होता है। पौष अमावस्या के दिन पितरों के नाम पर पीपल के पेड़ की पूजा करें। पीपल के पेड़ की जड़ में काले तिल डालें और उसमें दूध और जल मिलाकर चढ़ाएं। अमावस्या के दिन ऐसा करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और आपको सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। इस दिन शाम के समय पीपल के पेड़ पर सरसों के तेल का और तुलसी के पेड़ पर घी का दीपक जलाएं। ऐसा करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और आपको सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।
अमावस्या पर कैसे पाएं धन प्राप्ति का वरदान?
इस दिन तांबे के बर्तन में चावल भरकर उत्तर दिशा की ओर मुंह करके बैठें। तांबे के बर्तन को अपने सामने रखें। बर्तन के दोनों ओर दो दीपक जलाएं। अब तांबे के बर्तन पर हाथ रखें और धन प्राप्ति की प्रार्थना करें। दीपक बुझने के बाद तांबे के बर्तन के मुंह पर लाल कपड़ा बांध दें। इस बर्तन को संभालकर रखें। जब आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो जाए तो पात्र सहित चावल दान करें।
सोमवती अमावस्या पर करें ये सरल उपाय
1. सूर्योदय से पहले स्नान और शिव पूजन: सोमवती अमावस्या के दिन सूर्योदय से पहले पवित्र नदी या घर के शुद्ध जल में स्नान करें। इसके बाद, भगवान शिव की पूजा करें। विशेष रूप से शिवलिंग पर दूध, जल, चंदन और बेलपत्र अर्पित करें। यह उपाय पुण्य की प्राप्ति करता है और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
2. दीपदान करें: अमावस्या के दिन रात को दीपक जलाना विशेष लाभकारी होता है। घर के प्रत्येक कोने में दीपक लगाएं, खासकर घर के मुख्य दरवाजे और पूजा स्थल पर। यह अंधकार को दूर करता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।
3. काले तिल दान करें: सोमवती अमावस्या पर काले तिल का दान करना विशेष रूप से प्रभावी माना जाता है। यह उपाय धन में वृद्धि और कर्ज से मुक्ति दिलाने में मदद करता है। गरीबों को तिल और आहार दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।
4. पितरों का श्राद्ध करें: अमावस्या के दिन अपने पूर्वजों (पितरों) को श्रद्धांजलि अर्पित करना अत्यधिक फलदायी होता है। आप पितृ तर्पण और श्राद्ध कर्म करके उन्हें शांति दे सकते हैं। यह उपाय परिवार में सुख-शांति और समृद्धि लाता है।
5. शुद्ध घी का दीपक जलाएं: सोमवती अमावस्या के दिन शुद्ध घी से दीपक जलाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और सकारात्मकता का वास होता है। यह उपाय जीवन में खुशहाली और मानसिक शांति लाने के लिए महत्वपूर्ण है।
6. रुद्राक्ष की माला पहनें: रुद्राक्ष की माला पहनने से व्यक्ति को मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति मिलती है। सोमवती अमावस्या के दिन रुद्राक्ष की माला का धारण करना विशेष लाभकारी माना जाता है।
7. गरीबों को भोजन दान करें: इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन का दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। यह उपाय न केवल आपके जीवन में धन और सुख-समृद्धि लाता है, बल्कि समाज में सकारात्मकता का संचार भी करता है।