सुदर्शन न्यूज़ के प्रधान संपादक धर्मयोद्धा डॉ. सुरेश चव्हाणके जी भारतीय पत्रकारिता के क्षेत्र में एक अद्वितीय पहचान रखते हैं। आज ही के दिन यानी 18 फरवरी सन् 1972 को महाराष्ट्र में स्थित विश्व प्रसिद्द तीर्थ शिर्डी में एक धार्मिक मराठी परिवार में जन्म हुआ था। श्री सुरेश चव्हाणके जी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से बाल स्वयंसेवक के रूप में जुड़े थे और महान संत जनार्दन स्वामी जी से आशीर्वाद एवं मार्गदर्शन प्राप्त किया।
श्री सुरेश जी ने अपनी शिक्षा महाराष्ट्र में ही पूरी की और ‘तरुण भारत’ नामक महाराष्ट्र की एक प्रमुख समाचार पत्रिका में पत्रकार के रूप में काम किया। वे वेब पत्रकारिता के पहले Marathi संपादक भी रहें और www.batmi.com के संपादक रहे।
सुदर्शन न्यूज का शुभारंभ
श्री सुरेश चव्हाणके जी ने साल 2005 में 'सुदर्शन न्यूज़' चैनल की शुरुआत की और उसके बाद से कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने 2005 में पुणे में सुदर्शन न्यूज़ चैनल लॉन्च किया और बाद में इसे नोएडा में स्थानांतरित कर दिया। वह वर्तमान में सुदर्शन समाचार के अध्यक्ष, प्रबंध निदेशक और प्रधान संपादक हैं। उन्होंने हमेशा मुख्यधारा के मीडिया से अलग हटकर अपनी विचारधारा को प्रस्तुत किया और राष्ट्रीय हित को सर्वोपरि रखा है। उनका उद्देश्य हमेशा देशवासियों को जागरूक करना और राष्ट्रवाद के संदेश को फैलाना रहा है।
देश प्रेम और सांस्कृतिक धरोहर की रक्षा
हिंदू ह्रदय सम्राट श्री सुरेश चव्हाणके जी ने हमेशा अपने कार्यों और विचारों के माध्यम से भारत की सांस्कृतिक धरोहर और सनातन धर्म का सम्मान किया। उन्होंने महान राष्ट्रवादी हस्तियों जैसे छत्रपति शिवाजी महाराज, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और आचार्य चाणक्य से प्रेरणा ली है। वे हमेशा उन उपद्रवी ताकतों से लोहा लेते रहे हैं जो देश की संस्कृति और हितों के खिलाफ षडयन्त्र रच रहे हैं।
सुदर्शन न्यूज की भूमिका
मुख्यधारा मीडिया के कई चैनल जो अब केवल मनोरंजन और प्रोपेगेंडा तक सीमित हो चुके है, डॉ सुरेश चव्हाणके जी ने उनकी नीतियों का सदैव विरोध किया है। उन्होंने मीडिया को सत्ता के दबाव से मुक्त करने का प्रण लिया। सुदर्शन न्यूज ने उन शक्तियों की पहचान की जो राष्ट्रीय सुरक्षा और समाज को खतरे में डाल रही है, और इस पर जोर दिया कि समाज में जागरूकता लाई जाए और राष्ट्रवाद को प्रोत्साहित किया जाए।
राष्ट्रीय मुद्दों पर बेबाक बोल
प्रखर राष्ट्रवादी पत्रकार श्री सुरेश चव्हाणके जी ने सुदर्शन न्यूज के जरिए कई बड़े मुद्दों को उठाया, जिनमें गोवध विरोधी कानून, अनुच्छेद 370 का हटाना, श्री राम मंदिर निर्माण, ट्रिपल तालक का अपराधीकरण, जनसंख्या नियंत्रण कानून (हम दो हमारे दो) और कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल हैं। इन अभियानों के माध्यम से उन्होंने भारतीय जनता को राष्ट्रीय हित और सांस्कृतिक धरोहर के महत्व के बारे में जागरूक किया।
व्यक्तिगत संघर्ष
श्री सुरेश चव्हाणके के बारे में यह विशेष बात है कि उन्होंने कभी भी अपनी छवि की चिंता नहीं की, भले ही उनके खिलाफ कई बार प्रतिकूल प्रचार हुआ हो। उन्होंने हमेशा राष्ट्रीय हित को अपनी प्राथमिकता माना, भले ही इसके लिए उन्हें अपनी चैनल की स्पॉन्सरशिप खोनी पड़ी हो या जान का खतरा उठाना पड़ा हो।
'अखंड भारत' के सपने को पूरा करने की दिशा में
धर्मयोद्धा श्री सुरेश चव्हाणके जी का यह दृढ़ विश्वास है कि इस देश को ऐसे मीडिया व्यक्तित्वों की आवश्यकता है जो राष्ट्रीय हितों के लिए कार्य करें। वे भारतीय समाज को एकजुट करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि भारत को एक सशक्त और समृद्ध राष्ट्र के रूप में पुनः स्थापित किया जा सके। उनके कार्यों ने 'अखंड भारत' के सपने को साकार करने में योगदान दिया है।
चौथे स्तंभ में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाले पत्रकार सुरेश
चव्हाणके जी की पत्रकारिता एक प्रेरणा है। उनके कार्यक्रमों में कई बार बड़े नेताओं, अधिकारियों और अन्य महत्वपूर्ण व्यक्तित्वों के साथ गहन बातचीत और चर्चा होती है। वह समाज के विभिन्न मुद्दों पर अपने विचारों को सार्वजनिक मंचों पर व्यक्त करते हैं और इन मुद्दों पर सक्रिय रूप से चर्चा करते हैं। उनकी शैली और प्रस्तुति के कारण उन्हें कुछ लोग आलोचना करते हैं, जबकि कुछ उन्हें उनके साहसिक दृष्टिकोण के लिए सराहते हैं।
श्री सुरेश चव्हाणके जी सुदर्शन न्यूज के मुख्य संपादक है। वह बिंदास बोल, चलते चलते, जन संसद के होस्ट/एंकर है। उनकी शैली बाल ठाकरे जैसी मानी जाती है। लोग उनको छत्रपती शिवाजी महाराज और बाज़ीराव पेशवा जैसा हिंदू रणनितीकार भी मानते है। वह हिंदुओं के हित के लिए खुल कर बोलते है। उनको प्रखर राष्ट्रवाद की बुलंद आवाज़ भी कहा जाता है।
डॉ सुरेश चव्हाणके जी ने भारतीय मीडिया को नया दृष्टिकोण दिया है, जो राष्ट्रीयता और सांस्कृतिक विरासत के प्रति गहरी श्रद्धा और सम्मान से प्रेरित है। ऐसे पत्रकारों की आवश्यकता है जो समाज की वास्तविक समस्याओं और खतरों को उजागर करें, और राष्ट्र के हित में काम करें।
सुदर्शन परिवार और धर्मयोद्धा डॉ सुरेश चव्हाणके जी को चाहने वाले सभी लोग उन्हें उनके जन्मदिन के अवसर पर हृदय से बधाई देते हैं और उनके जनजागृति के महान प्रयासों के लिए उनका कोटिशः आभार व्यक्त करते हैं... जय हिन्द!