विधान परिषद की दो सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव को लेकर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अखिलेश यादव कि राजनीतिक अपरिपक्वता का इससे बड़ा दूसरा कोई उदाहरण नहीं हो सकता. जैसे राजनीति में कोई कुछ भी ए, बी, सी, डी ना जानते हो क, ख, ग, घ ना जानता हो, वह सारा काम अखिलेश यादव और सपा ने किया है.
उपमुख्यमंत्री मौर्य ने कहा कि वह जानते हैं कि किसी भी कीमत पर, सर के बल भी खड़े हो जाए तब भी सपा के किसी प्रत्याशी को इस चुनाव में दूर-दूर तक नहीं दिखेंगे. इसके बावजूद प्रत्याशी उतारा है. जब यह जिता सकते थे विधान परिषद या राज्यसभा के लिए तब इनको न दलित याद आता ना अति पिछड़ा. जब बली चढ़ाना हो तब इन्हें दलित और अति पिछड़ा याद आता है. यह सब जातिवादी, परिवार वादी और तुष्टिकरण वादी है. यह गुंडे, माफियाओं, अपराधियों के संरक्षक लोग हैं. जो राजनीति की सुचिता, परंपरा, आदर्श है वह सब सपा के लिए नहीं है. जो राजनीतिक दृष्टि से समझदार दल होते हैं उनके लिए है. मुझे लगता है सपा ने समझदारी का भी त्याग कर दिया है.
बीजेपी के 9 साल के रिपोर्ट कार्ड को झूठ का पुलिंदा बताने को लेकर उप मुख्यमंत्री मौर्य ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ऐसे बचकाना बयान देंगे तो गांव में जो 2022 में वोट मिला था. उसका भी 50 फीसदी लोग बीजेपी को वोट देंगे, क्योंकि वह जानते है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में गरीबों, किसानों, मजदूरों, पिछड़ों, दलितों, महिलाओं के लिए जितना काम हुआ है. उनके व्यक्तिगत जीवन में परिवर्तन लाने के लिए.
उन्होंने आगे कहा कि अगर हम विकास की बात करें तो चाहे राष्ट्रीय स्तर पर हो या प्रदेश की सड़कें पर, अन्य विभागों की सड़कें हो उनका जाल बिछा. रेल का इतना बड़ा नेटवर्क खड़ा हुआ, हवाई अड्डों की संख्या प्रदेश में भी बढ़ी और पूरे देश में भी बढ़ी है. शिक्षा के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन आया, पूरे विश्व में पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है. नौजवानों का भविष्य उज्जवल हुआ है. जो देश बहुत तेजी से विकास के पथ पर आगे जा रहे थे उनके विकास की गति रुक गई है.