झारखंड में बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने विधानसभा में कहा कि, राज्य में आदिवासियों की आबादी कम हो रही है और एक विशेष समुदाय की आबादी बढ़ रही है. नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि, हमारे यहां आदिवासियों की जनसंख्या किन वजहों से कम हो रही है, यह हमें देखना चाहिए. यह भी देखना चाहिए कि किसकी आबादी झारखंड में बढ़ रही है?
उन्होंने कहा कि, विधानसभा में एक सदस्य ने कहा था कि यहां कोई घुसपैठिया नहीं है. साल 1951 से 2011 के सेंसस तक इतनी बड़ी तादाद में आदिवासियों की आबादी कम हुई है. दूसरी ओर अल्पसंख्यकों में मुसलमानों की आबादी बढ़ी है. आखिर वह कहां से बढ़ी है?
उन्होंने कहा कि, झारखंड में आदिवासियों की संख्या में बड़ी गिरावट और मुसलमानों की संख्या में वृद्धि देखी गई है. आदिवासी समाज की आबादी घटने से उनके लिए आरक्षित विधानसभा, लोकसभा की सीटें कम हो जाएंगी और सरकारी नौकरियों के अवसर भी सीमित रह जाएंगे, जो बेहद चिंता का विषय है.
बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा, हम चिंतित हैं और इसीलिए हम राज्य सरकार से कहते हैं कि एक बार हमें सपोर्ट करिए ताकि झारखंड में हम एनआरसी करा लें और यह पता चल सके कि कौन कहां से आया है. आपको यह बात तो बतानी ही पड़ेगी कि आदिवासी आखिर कम कैसे हुए? हमें इसपर चिंता करनी चाहिए. आदिवासियों की आबादी घटती रहेगी तो लोकसभा सीट, विधानसभा सीट और सरकारी सेवाओं में भी दुर्गामी प्रभावी पड़ेगा. इसलिए यह विषय सभी के लिए चिंता का है.