छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार को कांग्रेस नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उनके बेटे और अन्य लोगों के परिसरों पर छापे मारे। हालांकि, इस छापेमारी के दौरान ईडी की टीम पर हमला हुआ। जब टीम छापे के बाद बाहर निकल रही थी, तब वहां मौजूद कुछ लोगों ने उन पर हमला किया। इस घटना के बाद ED ने बताया कि वह हमले के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज कराएगी।
कांग्रेस ने जताई नाराजगी, आरोप लगाया राजनीतिक बदले की कार्रवाई
कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर छापेमारी को लेकर नाराजगी व्यक्त की है। पार्टी का कहना है कि संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण के दौरान सरकार के सामने आने वाले महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए भूपेश बघेल के खिलाफ यह कार्रवाई की गई। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह छापेमारी ईडी के माध्यम से राजनीतिक प्रतिशोध लेने की कोशिश है।
ED की छापेमारी में भूपेश बघेल के बेटे समेत कई परिसरों की तलाशी
इससे पहले, प्रवर्तन निदेशालय ने कथित शराब घोटाले के सिलसिले में भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के खिलाफ धनशोधन मामले की जांच शुरू की थी। ED ने इस जांच के तहत उनके और उनके करीबी सहयोगी लक्ष्मी नारायण बंसल उर्फ पप्पू बंसल के परिसरों पर भी छापे मारे। इन परिसरों की तलाशी धनशोधन रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत ली जा रही है, ताकि मामले की गहराई से जांच की जा सके।