हर साल, "आर्थ आवर" (Earth Hour) एक वैश्विक अभियान के रूप में दुनिया भर में लोगों और संगठनों को एकजुट करता है, जिसमें सभी अपनी गैर-जरूरी रोशनी एक घंटे के लिए बंद करते हैं। इस अभियान का उद्देश्य जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूकता फैलाना और सतत प्रथाओं को प्रेरित करना है।
भारतीय सेना का आर्थ आवर में भागीदारी
शनिवार 22 मार्च को भारतीय सेना आर्थ आवर का पालन करेगी। यह भारतीय सेना के प्रमुख स्थलों पर गैर-जरूरी रोशनी को रात 8:30 से 9:30 बजे तक बंद करके पर्यावरण संरक्षण और सततता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को फिर से प्रकट करेगी। इस कदम से भारतीय सेना एक बार फिर पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी को स्वीकार करती है।
भारतीय सेना का पर्यावरणीय सततता में योगदान
भारतीय सेना पर्यावरणीय सततता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है और विभिन्न हरे पहलुओं के माध्यम से इसके लिए प्रयासरत है। आर्थ आवर के दौरान, हम एक साफ और हरा भविष्य सुनिश्चित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को फिर से नवीनीकरण कर रहे हैं।
"हमसे जुड़ें, आर्थ आवर का उत्सव मनाएं"- भारतीय सेना
भारतीय सेना सभी से अपील करती हैं कि इस आर्थ आवर में भाग लें और भविष्य पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ ग्रह बनाने के इस अभियान में सहयोग दें। एक साथ मिलकर हम अपने ग्रह को और अधिक हरा-भरा और सुरक्षित बना सकते हैं।