मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार आखिरी बार भारतीय चुनाव आयोग से सेवानिवृत्त हुए. चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को 19 फरवरी 2025 से भारत का नया मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया है. वहीं इस पर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, "यह भवन लोकतंत्र की पूजा का स्थान है. इसने पिछले 75 वर्षों में कड़ी मेहनत से विरासत को समेटा है...’.
राजीव कुमार ने कहा कि, नई टीम इसे और ऊपर लेकर जाएगी. देश का लोकतंत्र मजबूत रहेगा... मेरी कामना है कि लोग भारतीय लोकतंत्र और चुनावों को याद करेंगे... इसमें सबसे बड़ा योगदान मतदाता और राजनीतिक दलों का है... मैं सभी मतदाताओं को शुभकामनाएं देता हूं." मीडिया से बातचीत में राजीव कुमार ने कहा कि, किसी चुनाव से ठीक पहले याचिकाएं दायर करने के पीछे की मंशा निर्वाचन आयोग और पूरी चुनाव प्रक्रिया को बदनाम करना है.
उन्होंने कहा कि, ‘कुछ खास विमर्श उठाये जाने के समय में एक चलन नजर आया. ऐसे महत्वपूर्ण मोड़ों पर काफी समय से लंबित मामलों की सुनवाई का आँखों देखा हाल सुनना, कभी-कभी अविश्वास को बढ़ावा देता है और याचिकाकर्ता यही पैदा करना चाहता है. यह तब लाभकारी होगा जब ऐसी कार्यवाही चुनाव अवधि को ध्यान में रखते हुए निर्धारित की जाए, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि चुनावी प्रक्रिया सुचारू और निर्बाध बनी रहे.’
उन्होंने कहा कि, निर्वाचन आयोग अनियंत्रित रेवड़ियों और घोषणापत्रों में अतिशयोक्तिपूर्ण वादों से जुड़ी चिंताओं को दूर करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर अडिग है. उन्होंने कहा, “हालांकि रेवड़ियों से संबंधित मामला फिलहाल न्यायालय में विचाराधीन है और मैं न्यायालय से समय पर निर्णय की उम्मीद करता हूं, लेकिन इस बीच यह जरूरी है कि राजनीतिक वादों के साथ उनकी वित्तीय व्यवहार्यता और राज्य के राजकोषीय स्वास्थ्य पर उनके प्रभाव के बारे में स्पष्ट जानकारी दी जाए.’