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निजीकरण के विरोध में 29 मई से कार्य बहिष्कार का ऐलान, जन-जागरण अभियान के साथ आन्दोलन का शंखनाद

विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र ने पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के विरोध में निर्णायक आन्दोलन का ऐलान किया है।

Rajat Mishra
  • Apr 10 2025 2:57PM

इनपुट- रवि शर्मा, लखनऊ  

विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र ने पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के विरोध में निर्णायक आन्दोलन का ऐलान किया है। आज लखनऊ में हुई बिजली कर्मचारियों की विशाल रैली के बाद आम सभा में प्रस्ताव पारित कर 29 मई से अनिश्चितकालीन कार्यबहिष्कार आन्दोलन का निर्णय लिया गया। 

इसके पूर्व 16 अप्रैल से 30 अप्रैल तक जनजागरण अभियान चलाया जायेगा, 01 मई को बाईक रैली निकाली जायेगी, 02 मई से 09 मई तक क्रमिक अनशन होगा, 14 मई से 19 मई तक नियमानुसार कार्य आन्दोलन होगा, 20 मई को व्यापक विरोध प्रदर्शन होगा और 21 मई से 28 मई तक तीन घण्टे का कार्य बहिष्कार होगा।बिजली कर्मचारियों की रैली अपराह्न 12.30 बजे राणा प्रताप मार्ग स्थित हाईडिल फील्ड हॉस्टल से प्रारम्भ होकर दैनिक जागरण चौराहा, सिकन्दरबाग चौराहा, अशोक मार्ग, इन्दिरा भवन, जवाहर भवन, शक्तिभवन होते हुए मीराबाई मार्ग के रास्ते वापस फील्ड हॉस्टल तक आई और फील्ड हॉस्टल पर विशाल सभा में सर्वसम्मति से इन्कलाब के नारों के बीच निजीकरण के विरोध में आन्दोलन का निर्णय लिया गया। रैली में लगभग 25 हजार बिजली कर्मी उपस्थित थे। रैली पूरे अनुशासन के साथ निकली।

नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इम्प्लॉइज एण्ड इंजीनियर्स की कोर कमेटी के पदाधिकारियों ने रैली को सम्बोधित किया। ऑल इण्डिया पॉवर इंजीनियर्स फेडरेशन के चेयरमैन शैलेन्द्र दुबे, सेक्रेटरी जनरल पी रत्नाकर राव, ऑल इण्डिया फेडरेशन ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इम्प्लॉइज के सेक्रेटरी जनरल मोहन शर्मा, ऑल इण्डिया पॉवर डिप्लोमा इंजीनियर्स फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर के त्रिवेदी, इलेक्ट्रिसिटी इम्प्लॉइज फेडरेशन ऑफ इण्डिया के जनरल सेक्रेटरी सुदीप दत्त, उपाध्यक्ष एवं अखिल भारतीय राज्य कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष सुभाष लांबा तथा ऑल इण्डिया पॉवर मेन्स फेडरेशन के जनरल सेक्रेटरी आर के पराशर, राज्य कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष कमल अग्रवाल, अटेवा के अध्यक्ष विजय बन्धु, राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन के अध्यक्ष अजय कुमार ने मुख्यतया रैली को सम्बोधित किया और चेतावनी दी कि यदि निजीकरण वापस न लिया गया और किसी भी बिजली कर्मी का उत्पीड़न किया गया तो देश के 27 लाख बिजली कर्मी मूक दर्शक नहीं रहेंगे और राष्ट्रव्यापी आन्दोलन प्रारम्भ करने हेतु बाध्य होंगे जिसकी सारी जिम्मेदारी उप्र सरकार की होगी।

बिजली कर्मियों की रैली के बाद आम सभा में लिये गये निर्णय के अनुसार 16 अप्रैल से 30 अप्रैल तक जन-जागरण पखवाड़ा चलाया जायेगा जिसके अन्तर्गत प्रदेश के समस्त सांसदों और विधायकों को निजीकरण के विरोध में ज्ञापन दिये जायेंगे तथा समस्त जनपदों और परियोजनाओं पर विरोध सभा की जायेगी। 01 मई को मजदूर दिवस के दिन समस्त जनपदों और परियोजनाओं में बाईक रैली निकाली जायेगी। 02 मई से 09 मई तक शक्तिभवन मुख्यालय पर क्रमिक अनशन किया जायेगा जिसमें अलग-अलग दिन विद्युत वितरण निगमों और परियोजनाओं के बिजली कर्मी सम्मिलित होंगे। 20 मई को सभी ऊर्जा निगमों के तमाम बिजली कर्मी व्यापक विरोध प्रदर्शन करेंगे। 21 मई से 28 मई तक अपराह्न 02 बजे से सायं 05 बजे तक कार्य बहिष्कार किया जायेगा। 29 मई से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार होगा।

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