इनपुट-रोहित बाजपेई, लखनऊ
योगी सरकार ने पूर्व मंत्री आजम खान का साथ देने वाले भ्रष्ट अफसरों पर कार्यवाही शुरू कर रही है l इसी कड़ी में रामपुर के तत्कालीन एसपी अशोक शुक्ला के खिलाफ गृह विभाग ने जांच शुरू कर दी है l अशोक शुक्ला ने शत्रु संपत्ति मामले में आजम खान की मदद करते हुए मुकदमे में गंभीर धाराओं को हटाते हुए विवेचक भी बदल दिया था l जिससे आजम खान का नाम हटवाया जा सके l
गृह विभाग ने रामपुर के पूर्व एसपी अशोक शुक्ला की जांच के लिए दो सदस्यीय उच्च कमेटी का गठन किया है,जिसमें अलीगढ़ की मंडल आयुक्त चैत्रा बी और आईजी विजिलेंस मंजिल सैनी शामिल है l रामपुर की जोहर विश्वविद्यालय का कुछ अंश शत्रु संपत्ति पर बना हुआ था l यह संपत्ति बंटवारे के समय पाकिस्तान गए इमाम कुरैशी की थी, जिसे वर्ष 2006 में शत्रु संपत्ति घोषित करते हुए भारत सरकार के कस्टोडियन विभाग में दर्ज किया गया था,समय-समय पर सारी संपत्तियों की जांच की जाती है,जिस दौरान या सामने आया कि राजस्व विभाग के दस्तावेजों में जलसाजी कर शत्रु संपत्ति को खुर्द बुर्द करने के लिए आफाक अहमद के नाम पर दर्ज करl दिया गया था l
इतना ही नहीं उक्त जमीन से जुड़े दस्तावेजों के कई पेज फटे हुए थे l शत्रु संपत्ति की जमीन का फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद वर्ष 2020 मैं रामपुर के सिविल लाइंस थाने में केस दर्ज किया गया था,जब इस केस की जांच शुरू हुई तो विवेचक गजेंद्र त्यागी ने संबंधित लेखपाल के बयानों के आधार पर मुकदमे में पूर्व मंत्री आजम खान का नाम जोड़ा था लेकिन तत्काल एसपी रामपुर अशोक शुक्ला ने 17 मई 2023 को को इंस्पेक्टर गजेंद्र त्यागी से विवेचना लेकर क्राइम ब्रांच में तैनात इंस्पेक्टर श्रीकांत द्विवेदी को ट्रांसफर कर दी l विवेचना पूरी होने के बाद जब चार्जशीट दाखिल की गई तो विवेचना के दौरान जलसाजी की धाराओं को हटाकर आजम खान का नाम भी हटा दिया गया और हल्की धाराओं में चार्जशीट दाखिल की गई l इसी मामले का संज्ञान लेते हुए गृह विभाग ने जांच के आदेश दिए हैं l अशोक शुक्ला मौजूदा समय सीबीसीआईडी में तैनात है l