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बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर्रहमान के घर तोड़फोड़ और आगजनी, फिलिस्तीनी झंडे लहराए गए, शेख हसीना ने कहा- 'इतिहास को मिटाया नहीं जा सकता'

Bangladesh: बांग्लादेश में फिर बढ़ी अशांति, प्रदर्शनकारियों ने बंगबंधु पर चलाया बुलडोजर, शेख हसीना ने जताई नाराजगी।

Ravi Rohan
  • Feb 6 2025 3:26PM

बांग्लादेश में एक बार फिर हिंसा फैल गई है, जहां 6 फरवरी को अवामी लीग द्वारा आयोजित किए गए देशव्यापी विरोध प्रदर्शन से पहले ढाका और अन्य शहरों में अशांति का माहौल बन गया है। बुधवार की शाम, गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के संस्थापक, बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान के धनमंडी स्थित घर पर हमला कर दिया और वहां आगजनी की। रिपोर्टों के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने बंगबंधु के आवासीय परिसर में घुसकर जमकर तोड़फोड़ की और बाद में वहां आग लगा दी। यह हमला बुलडोजर लेकर किया गया था।

पूर्व PM के भाषण ने बढ़ाई हिंसा

हिंसा की यह लहर, पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के एक ऑनलाइन भाषण से जुड़ी हुई मानी जा रही है, जिसके बाद विरोध प्रदर्शन और तेज हो गए। प्रदर्शनकारी धनमंडी में बुलडोजर मार्च निकालने की योजना बना रहे थे, जिसे पहले रात 9 बजे शुरू होना था, लेकिन बाद में इसे 8 बजे शुरू कर दिया गया। इस प्रदर्शन में भारी भीड़ ने शेख मुजीबुर्रहमान के घर के मुख्य द्वार को तोड़कर अंदर प्रवेश किया और जमकर तोड़फोड़ की।

'इतिहास को मिटाया नहीं जा सकता' -शेख हसीना

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पिता शेख मुजीबुर्रहमान के ढाका स्थित आवास में प्रदर्शनकारियों द्वारा की गई आगजनी पर कड़ा विरोध जताया है। उन्होंने इस घटना के बाद तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि किसी भी संरचना को नष्ट किया जा सकता है, लेकिन इतिहास को कभी खत्म नहीं किया जा सकता। साथ ही, शेख हसीना ने यह भी कहा कि उनके खिलाफ जो आंदोलन चलाया जा रहा है, उसका असली उद्देश्य उनकी हत्या करना है।

फेसबुक लाइव के जरिए पार्टी कार्यकर्ताओं से संवाद करते हुए शेख हसीना ने कहा, "मैं बांग्लादेश के लोगों से न्याय की अपील करती हूं। क्या मैंने कभी अपने देश के लिए कुछ नहीं किया? फिर मुझे इस तरह का अपमान क्यों सहना पड़ रहा है? मेरी बहन और मैं जिस एकमात्र याद से जुड़े हैं, वह मिटा दी गई है।" उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि इतिहास कभी नहीं भूलता और वह अपना हिसाब जरूर लेता है।

प्रदर्शनकारियों के आरोप और नारेबाजी

प्रदर्शनकारियों का कहना था कि यह घर, जो शेख मुजीबुर्रहमान के परिवार से जुड़ा हुआ है, अब तानाशाही और फासीवाद का प्रतीक बन चुका है। उनका उद्देश्य इस घर को बुलडोजर से तोड़कर ‘मुजीबवाद’ और फासीवाद से जुड़े सभी निशानों को समाप्त करना था। इस दौरान शेख हसीना के खिलाफ नारेबाजी की गई और उनकी फांसी की मांग की गई। कई प्रदर्शनकारी घर की दूसरी मंजिल तक पहुंच गए और वहां लगी नेता की तस्वीरों और अन्य वस्तुओं को नष्ट कर दिया। घर में हथौड़े और लोहे की छड़ों से हमले किए गए, जिससे संपत्ति को भारी नुकसान हुआ।

प्रदर्शन से उग्र हुआ माहौल

दिन के दौरान भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन के प्रमुख हसनत अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की, जिसमें उन्होंने कहा, "आज रात बांग्लादेश की भूमि फासीवाद से मुक्त हो जाएगी।" इस पोस्ट ने माहौल को और भड़काया और विरोध प्रदर्शन उग्र हो गए। अवामी लीग ने अपने समर्थकों से सड़कों पर उतरने की अपील की थी और देशभर में परिवहन व्यवस्था को ठप करने की योजना बनाई थी।

विरोध प्रदर्शन का विरोध और सुरक्षा उपाय

यह विरोध प्रदर्शन मौजूदा अंतरिम सरकार और अवामी लीग के नेताओं पर हो रही हिंसा के खिलाफ था। शेख हसीना की पार्टी ने इस हमले की निंदा की है और इसे बांग्लादेश की ऐतिहासिक धरोहर और लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला बताया है। बांग्लादेश में बढ़ती अशांति के चलते सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है और आगामी घटनाओं पर कड़ी निगरानी रखने के लिए विशेष सुरक्षा उपायों को लागू किया जा रहा है।

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