देहरादून के दून अस्पताल में लैंड जिहाद का मामला सामने आया है। अस्पताल में एक अवैध मजार को लेकर सीएम हेल्पलाइन पोर्टल पर शिकायत दर्ज की गई थी। शिकायत के बाद प्रशासन ने गंभीरता दिखाते हुए जांच कराई और शुक्रवार ( 25 अप्रैल 2025) की देर रात बुलडोजर चलाकर इस अवैध निर्माण को जमींदोज कर दिया गया है। हैरानी की बात यह रही कि मलबा हटाने के बाद भी वहां से कोई धार्मिक अवशेष बरामद नहीं हुआ।
जानकारी के मुताबिक, ऋषिकेश निवासी पंकज गुप्ता ने इस अवैध कब्जे के खिलाफ सीएम पोर्टल पर शिकायत की थी। इसके बाद देहरादून के जिलाधिकारी ने मामले की गहन जांच के आदेश दिए। नगर निगम, राजस्व विभाग, लोक निर्माण विभाग, दून अस्पताल प्रशासन और अन्य संबंधित एजेंसियों ने मिलकर भूमि दस्तावेजों की जांच की और पाया कि यह संरचना बिना किसी अनुमति के सरकारी जमीन पर बनाई गई थी।
अस्पताल प्रशासन ने भी कई बार इस मजार को हटाने की मांग शासन से की थी। बताया जाता है कि मजार के खादिम अस्पताल में भर्ती मरीजों के बीच जाकर अंधविश्वास फैलाने का काम कर रहे थे, जिससे इलाज में बाधा उत्पन्न हो रही थी। साथ ही इस अवैध ढांचे के जरिये कुछ लोग निजी व्यवसाय भी चला रहे थे।
कार्रवाई के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए प्रशासन ने अस्पताल मार्ग को सील कर भारी पुलिस बल तैनात किया। 25 अप्रैल 2025 की देर रात जिला प्रशासन, नगर निगम, लोक निर्माण विभाग और दून अस्पताल प्रशासन की संयुक्त टीम ने मिलकर अवैध मजार को ध्वस्त कर दिया।
इस मजार को लेकर देहरादूनवासियों के बीच लंबे समय से चर्चाएं हो रही थीं। कोई इसे किसी फकीर की दरगाह बताता था तो कोई इसे एक आम मजार मानता था। लेकिन सरकारी दस्तावेजों में इसका कोई वैध अस्तित्व नहीं पाया गया।