देशभर में आज यानी शनिवार को दशहरा मनाया जा रहा है। विजयादशमी पर शस्त्र पूजा होती है, इसी बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में जवानों के साथ त्योहार मनाने पहुंचे। सुकना कैंट में रक्षा मंत्री ने पहले अस्त्र-शस्त्र की पूजा की। इसके बाद वहां मौजूद सभी जवानों को तिलक लगाया।
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सुकना कैंट में विजयादशमी के अवसर पर शस्त्र पूजा की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दार्जिलिंग में सुकना कैंट में जवानों के माथे पर तिलक लगाया। बताया जा रहा है कि वे यहां सेना के जवानों के साथ विजयादशमी मनाने आए हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, "मैं आप सभी को विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। भारत एकमात्र ऐसा देश है जहां शास्त्रों और शस्त्रों दोनों की पूजा की जाती है। ऐसा लग सकता है कि लोहे और लकड़ी से बनी चीजों की पूजा करने का क्या औचित्य है? लेकिन वास्तव में, यह हमारी विशाल सांस्कृतिक परंपरा का प्रतीक है जिसमें हम किसी भी वस्तु का उपयोग करने से पहले और बाद में उसके प्रति आभार व्यक्त करते हैं।"
राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में भारतीय संस्कृति के गहरे मूल्यों की बात की। दशहरा के इस अवसर पर राजनाथ सिंह ने भारतीय सेना की भूमिका की सराहना की और कहा कि हमारे सैनिक हर हालात में देश की रक्षा के लिए तत्पर रहते हैं। उन्होंने भारतीय संस्कृति में शस्त्रों की पूजा को एक दिव्य कृत्य बताया और इसे हमारे पूर्वजों की परंपरा से जोड़कर देखा।
राजनाथ सिंह ने आगे कहा, “जब हम शस्त्रों की पूजा करते हैं, तो हम न केवल उनकी शक्ति का सम्मान करते हैं, बल्कि हम अपने पूर्वजों की वीरता को भी याद करते हैं। यह हमें याद दिलाता है कि सुरक्षा केवल एक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि एक सम्मान भी है।” इस दौरान उन्होंने सभी देशवासियों से अपील की कि वे हमेशा अपने देश की सुरक्षा और सम्मान के प्रति जागरूक रहें।