कुवैत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके अपने सर्वोच्च सम्मान किया है। दरअसल, कुवैत के अमीर शेख मेशल अल-अहमद अल-जबर अल सबा ने पीएम मोदी को ' द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' से सम्मानित किया है। बता दें कि, यह किसी भी देश द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया गया 20वां अंतरराष्ट्रीय सम्मान है। ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर कुवैत का नाइटहुड ऑर्डर है।
आपको बता दें कि, यह सम्मान मित्रता के प्रतीक के रूप में राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी राष्ट्राध्यक्षों तथा विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है। इससे पहले यह सम्मान बिल क्लिंटन, प्रिंस चार्ल्स और जॉर्ज बुश जैसे विदेशी नेताओं को दिया जा चुका है।
PM मोदी ने गल्फ स्पीक लेबर कैंप का दौरा किया
इससे पहले पीएम मोदी ने भारतीय श्रमिकों से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने श्रमिकों से बातचीत भी की थी। पीएम मोदी ने श्रमिकों से कहा कि, मैं विकसित भारत 2047 की बात इसलिए करता हूं। क्योंकि, मेरे देश के मजदूर भाई जो इतनी दूर से काम कनरे आए है। वो भी सोचते हैं कि उनके गांव में इंटरनेशनल एयरपोर्ट कैसे बने। ये आकांक्षा ही मेरे देश की ताकत है। मैं दिनभर सोचता रहता हूं कि हमारे किसान कितनी मेहनत करते हैं। हमारे मजदूर खेत में कितनी मेहनत करते हैं। जब मैं इन सब लोगों को मेहनत करते देखता हूं तो सोचता हूं कि अगर वो 10 घंटे काम करते हैं तो मुझे भी 11 घंटे काम करना चाहिए। अगर वो 11 घंटे काम करते हैं तो मुझे भी 12 घंटे काम करना चाहिए और दूसरी बात ये कि आप अपने परिवार के लिए मेहनत करते हैं या नहीं? मैं अपने परिवार के लिए भी काम करता हूं, मेरे परिवार में 140 करोड़ लोग हैं इसलिए मुझे थोड़ा ज्यादा काम करना पड़ता है।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि, मेरे लिए विकास का मतलब सिर्फ अच्छी सड़कें, अच्छे एयरपोर्ट, अच्छे रेलवे स्टेशन ही नहीं है। मैं चाहता हूं कि गरीब से गरीब व्यक्ति के घर में भी शौचालय हो। हमारा लक्ष्य 11 करोड़ शौचालय बनाने का है। गरीबों के पास पक्का मकान होना चाहिए। अब तक 4 करोड़ पक्का मकान बनाकर गरीबों को दिए जा चुके हैं, यानी कम से कम 15-16 करोड़ लोग उनमें रहेंगे। अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। मैं हर घर में नल का पानी पहुंचाने के लिए काम कर रहा हूं। मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण बात गरीब का सम्मान और गरिमा है, उसे यह सब मिलना चाहिए।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि, " भारत में सबसे सस्ता डेटा (इंटरनेट) है और अगर हम दुनिया में कहीं भी या भारत में भी ऑनलाइन बात करना चाहते हैं, तो लागत बहुत कम है। अगर आप वीडियो कॉन्फ्रेंस भी करते हैं तो उसका खर्च बहुत कम है। लोगों को बहुत सुविधा होती है, वो हर शाम वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए अपने परिवार के लोगों से बात कर सकते हैं।"