भारतीय नौसेना में नौसेना नागरिकों (नेवल सिविलियंस) के अमूल्य योगदान को सम्मानित करने और उनकी सराहना करने के लिए 30 दिसंबर 2024 को नई दिल्ली स्थित डॉ. डीएस कोठारी ऑडिटोरियम, DRDO भवन में एक भव्य समर्पण समारोह आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
नेवल सिविलियंस के योगदान को मान्यता
भारतीय नौसेना ने 2024 को नेवल सिविलियंस का वर्ष' घोषित किया है, जिसका उद्देश्य सिविलियन कर्मचारियों के प्रशासनिक कार्यकुशलता और कल्याण को बढ़ावा देना है। इस समर्पित वर्ष के दौरान कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं ताकि सिविलियन्स के पेशेवर और व्यक्तिगत विकास को समयबद्ध तरीके से बेहतर बनाया जा सके। पूरे वर्ष में प्रशासनिक दक्षता को अधिकतम करने, डिजिटल परिवर्तन को अपनाने, नवाचारपूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रमों को शुरू करने और कल्याण गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कई पहलें की गईं।
महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ और पहलें
- नीति और दस्तावेजों का प्रमुलन: नवल सिविलियंस के लिए नागरिक चार्टर, सिविलियन पर्सनल मैनेजमेंट पर संशोधित एचआर हैंडबुक और नवल सिविलियन एचआर मैनेजमेंट के लिए विजन डॉक्युमेंट जैसे महत्वपूर्ण नीतिगत दस्तावेज़ जारी किए गए हैं।
- कल्याण और सुरक्षा में सुधार: सिविलियन पर्सनल के लिए जहाजों पर कार्यरत कर्मचारियों को बीमा कवर प्रदान करना और मुंबई में 21 औद्योगिक इकाइयों में CGHS सुविधाओं का विस्तार करना जैसी कल्याणकारी योजनाओं की शुरुआत की गई।
- डिजिटल और प्रशासनिक आधुनिकीकरण: नवल सिविलियन मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम (NCMIS) वेबसाइट का पुनर्निर्माण, चैटबोट और ऑनलाइन मोड्यूल्स के साथ NOCs और DV क्लीयरेंस के लिए पहलें की गईं। इसके अलावा, ई-HRMS वर्शन 2.0 का शुभारंभ भी किया गया है।
प्रशिक्षण और विकास
सिविलियन कर्मचारियों के लिए विशेष कार्यशालाएं और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए, और iGOT प्लेटफॉर्म पर नवल सिविलियन्स के लिए प्रशिक्षण मॉड्यूल्स का परिचय कराया गया। इसके अलावा, बजाज लाइफ इंश्योरेंस के साथ जीवन बीमा के लिए समझौता ज्ञापन (MoU) साइन किया गया और सभी नवल सिविलियन्स के लिए रक्षा वेतन पैकेज का विस्तार किया गया।
नेवल सिविलियंस के वर्ष का महत्व
‘नेवल सिविलियंस का वर्ष’ भारतीय नौसेना की उस प्रतिबद्धता को दर्शाता है जिसमें सिविलियन्स के योगदान को मान्यता दी जाती है, जो देश की समुद्री सुरक्षा और ऑपरेशनल उत्कृष्टता को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह पहल सभी संबंधित पक्षों के लिए एक मजबूत और समावेशी वातावरण को बढ़ावा देने का प्रमाण है।