छत्तीसगढ़ के रायपुर के आमानाका थाना क्षेत्र में ऑनलाइन ठगी करने वाले साइबर अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों ने एक महिला से लाखों रुपये की धोखाधड़ी की थी। पुलिस के अनुसार, महिला के साथ यह धोखाधड़ी मई महीने में हुई थी, जब उसने ऑनलाइन ज्वैलरी और अन्य सामान मंगवाने के लिए एक अज्ञात कॉलर से संपर्क किया था।
धोखाधड़ी का तरीका
आरोपी ने महिला से खुद को ऑनलाइन सामान बेचने वाला व्यक्ति बताते हुए संपर्क किया। इसके बाद उसने महिला को कस्टम ड्यूटी और अन्य शुल्क के नाम पर विभिन्न बैंक खातों में पैसे जमा करने के लिए कहा। महिला ने आरोपी के निर्देशानुसार विभिन्न किश्तों में कुल 25,20,700 रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर किए। बाद में जब महिला ने सामान नहीं प्राप्त किया और आरोपियों से संपर्क किया, तब उसे ठगी का एहसास हुआ।
सख्त कार्रवाई का आदेश
इस घटना के बाद रायपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, लाल उम्मेद सिंह ने घटना की गंभीरता को देखते हुए आमानाका थाना प्रभारी को तत्काल एक टीम गठित करने और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए निर्देशित किया। आमानाका पुलिस की टीम ने धनबाद, झारखंड जाकर वहां की पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई की। साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ सीएसपी अमन झा के दिशा-निर्देशों में साइबर ठगी में शामिल सभी आरोपियों को पकड़ने के लिए रेड की गई। जैसे ही आरोपियों को छत्तीसगढ़ पुलिस की कार्रवाई का पता चलता, उन्होंने अपने मोबाइल स्विच ऑफ कर दिए थे। बावजूद इसके, पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और बाद में रायपुर न्यायालय में पेश किया।
आरोपियों की पहचान
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में झारखंड के विभिन्न जिलों के निवासी शामिल हैं। उनकी पहचान इस प्रकार है:
1. साकुर अहमद (उम्र 24, ग्राम कचर्रा, जिला धनबाद, झारखंड)
2. राजा मुराद (उम्र 24, ग्राम कपूरिया, जिला धनबाद, झारखंड)
3. अरसद अंसारी (उम्र 21, ग्राम कचर्रा, जिला धनबाद, झारखंड)
4. मोह. सबा करीम (उम्र 21, ग्राम भेलाटांड, जिला धनबाद, झारखंड)
आगे की कार्रवाई
पूछताछ में पता चला है कि ये आरोपी केवल रायपुर में ही नहीं, बल्कि देश के विभिन्न हिस्सों में साइबर ठगी की घटनाओं में संलिप्त थे। पुलिस अब अन्य आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत है।
मुख्य भूमिका में पुलिस टीम
इस कार्रवाई में आमानाका थाना प्रभारी निरीक्षक सुनील दास, सउनि रमेशचंद यादव, प्रआर संजय सिंह, प्रआर उत्तम सोनी, आर. अशीष शुक्ला, क्राइम महिपाल राजपूत, दुष्यंत सोनवानी, दीपक पाण्डेय, गुलशन चौबे और नव आरक्षक सावित्री साहू की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पुलिस ने इन आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करते हुए न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।