कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने अब GST पर केंद्र सरकार को निशाने पर लिया हैं। उनका कहना है कि देश की 50% गरीब और निम्न आय वर्ग से ही 64% जीएसटी कलेक्शन हो रहा है। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने एक खबर का उल्लेख करते हुए सरकार पर हमला बोला है, जिसका शीर्षक था "जल्द महंगे होंगे, साबुन, शैंपू और बिस्किट।"
"गब्बर सिंह टैक्स" या "गृहस्थी सत्यानामा टैक्स" जैसे शब्दों से जीएसटी की आलोचना करते हुए जयराम रमेश ने X पर पोस्ट में लिखा कि, "हम लगातार इस मुद्दे को उठा रहे हैं कि देश में लोगों की आमदनी नहीं बढ़ रही है और महंगाई लगातार आसमान छू रही है। खुदरा महंगाई दर पहले ही 14 महीने के उच्चतम स्तर है। अब साबुन, शैंपू जैसी हर दिन इस्तेमाल होने वाली चीज़ें और महंगी होने जा रही हैं। सरकार को प्राथमिकता के आधार पर महंगाई को नियंत्रित करने के लिए क़दम उठाना चाहिए था, लेकिन वह राहत देने के बजाए आवश्यक चीज़ों पर भी GST लगाकर लोगों को लूटने में लगी है। महंगाई की मार से आख़िर लोग कब तक जूझते रहेंगे?"
इस बीच, कांग्रेस के नेता पवन खेड़ा ने भी जयपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि जीएसटी ने मिडिल क्लास और गरीबों पर सबसे ज्यादा असर डाला है। उन्होंने यह भी कहा कि 2021-22 में 64% जीएसटी का कलेक्शन देश के 50% लोगों से हुआ है। इस दौरान उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पहली बार किसान संबंधी वस्तुओं पर जीएसटी लगा दिया गया है, जो पहले कभी नहीं हुआ था।