उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले के मौदहा कस्बे में धर्मांतरण का मामला एक बार फिर चर्चा में आ गया है। यहां एक हिन्दू महिला पर बीमारी ठीक कराने के बहाने धर्मांतरण के लिए दबाव बनाया गया। आरोप है कि एक इस्लाम समुदाय के लोग उसे और उसके रिश्तेदारों को धमकी देकर धर्म परिवर्तन करने के लिए मजबूर कर रहे थे। इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की और चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
महिला की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज
पीड़िता उर्मिला वर्मा, जो कि मौदहा कस्बे के मोहल्ला पूर्वी तरौस बाकी तलैया की निवासी हैं, ने कोतवाली में शिकायत दर्ज करवाई। उर्मिला ने बताया कि वह पिछले दो सालों से बीमार चल रही थीं, और इस दौरान उनकी मुलाकात बांदा जिले के मर्दन नाका के रहने वाले एक व्यक्ति से हुई। उर्मिला का आरोप है कि उसी व्यक्ति ने उन्हें एक कथित मौलाना नूरुद्दीन से मिलवाया, जो इलाज के नाम पर धर्मांतरण की बात करने लगा।
मजार बनाने और पूजा की सलाह
उर्मिला के अनुसार, नूरुद्दीन ने उन्हें एक मजार पर जाने की सलाह दी और कहा कि उनके रोग का इलाज वहीं हो जाएगा। इसके बाद कुछ दिन बाद नूरुद्दीन अपने भतीजे मेराजू हसन और अन्य लोगों के साथ उर्मिला के घर आया और घर के एक कमरे में मजार बनवाकर पूजा और उर्स कराने की बात कही।
धर्मांतरण का दबाव और धमकियां
उर्मिला के रिश्तेदारों को भी धर्मांतरण के लिए प्रलोभन दिया गया और 10 जनवरी की रात एक उर्स का आयोजन किया गया। आरोपियों ने कार्यक्रम में आए सभी लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करने की कोशिश की। जब उर्मिला ने इस दबाव को नकारते हुए ऐसा न करने का निर्णय लिया, तो उन्हें जानमाल की धमकी दी गई।
पुलिस की कार्रवाई: पांच गिरफ्तार
मामले की जानकारी मिलने के बाद हिंदू संगठनों के नेताओं ने पुलिस को सूचित किया और तुरंत जांच शुरू की गई। एएसपी मनोज कुमार गुप्ता ने बताया कि उर्मिला की तहरीर पर धर्मांतरण से जुड़े आरोप में पांच लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। शनिवार को पुलिस ने सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला इलाके में सामूहिक धर्मांतरण के दबाव के आरोपों को लेकर तूल पकड़ चुका है, और पुलिस इस पर सख्त कार्रवाई कर रही है।