फरीदकोट के नेहरू स्टेडियम में गणतंत्र दिवस समारोह से पहले खालिस्तानी नारे और झंडे मिलने के कारण पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। अब उनकी जगह पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ध्वजारोहण करेंगे।
फरीदकोट के सांसद सरबजीत सिंह खालसा ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि पंजाब ने आतंकवाद के काले दौर से बाहर निकलने में बहुत संघर्ष किया है। उन्होंने राज्य में शांति बनाए रखने और समाज को सकारात्मक दिशा में ले जाने पर जोर दिया।
स्टेडियम और रेलवे ब्रिज पर खालिस्तानी झंडे
गुरुवार सुबह स्थानीय लोगों ने नेहरू स्टेडियम और रेलवे स्टेशन के फुट ओवर ब्रिज पर "खालिस्तान जिंदाबाद" के नारे और झंडे देखे। जानकारी मिलते ही जिला पुलिस हरकत में आई और तुरंत कार्रवाई करते हुए नारों को मिटवाया और झंडों को हटा दिया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना के बाद जिला प्रशासन और पुलिस सतर्क हो गई है। अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि प्रतिबंधित संगठन एसएफजे के कार्यकर्ता द्वारा इस घटना को अंजाम देने के पीछे क्या मकसद हो सकता है। वहीं गुरुवार सुबह आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक वीडियो जारी करते हुए CM भगवंत मान को धमकी दी। उसने कहा कि फरीदकोट में खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखवाए गए हैं और झंडे भी लगाए गए हैं। इसके बाद पुलिस ने तुरंत सक्रिय होकर नारे हटवाए और झंडे उतारने के साथ ही अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर फरीदकोट में होने वाले राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भगवंत मान का दौरा रद्द कर दिया गया है। इस निर्णय के कारण जिला प्रशासन, आप नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा की जा रही तैयारियां बेकार हो गई हैं। मुख्यमंत्री द्वारा उद्घाटन और शिलान्यास की जाने वाली परियोजनाओं को भी अब स्थगित कर दिया गया है।
26 जनवरी को नेहरू स्टेडियम में होने वाले इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भगवंत मान को मुख्य अतिथि के रूप में बुलाया गया था। उनके दौरे के तहत 25 जनवरी को फरीदकोट में विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास होना था, साथ ही 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह में भी भाग लिया जाना था।
पटियाला में डीजीपी गौरव यादव ने बयान देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल को लगातार धमकियां मिल रही हैं। दिल्ली पुलिस से मिली जानकारी के आधार पर अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा से पंजाब पुलिस को हटा दिया गया है, और दोनों सरकारें लगातार आपस में तालमेल बना रही हैं।
मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर जिला प्रशासन पिछले दस दिनों से तैयारियों में लगा हुआ था, जिसमें शहर की सफाई और विभिन्न क्षेत्रों में मरम्मत के काम हो रहे थे। गणतंत्र दिवस समारोह के लिए भी विभिन्न विभागों द्वारा झांकियां तैयार की जा रही थीं, जो सरकारी योजनाओं और विभागों के कामों को लोगों तक पहुंचाने का कार्य करती थीं।