भारतीय मूल की पूर्व कनाडाई सांसद रूबी ढल्ला ने घोषणा की है, वह लिबरल पार्टी के नेतृत्व के चुनाव में हिस्सा लेंगी और कनाडा की अगली प्रधानमंत्री बनने के लिए अपनी उम्मीदवारी पेश करेंगी। रूबी ढल्ला, जो तीन बार सांसद रह चुकी हैं, इस समय लिबरल पार्टी की लीडरशिप रेस में सबसे प्रमुख चेहरों में से एक मानी जा रही हैं। लिबरल पार्टी का नया नेता 9 मार्च 2025 को चुना जाना है, और रूबी ढल्ला की उम्मीदवारी इस समय एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है।
तीन बार सांसद रह चुकी हैं रूबी ढल्ला
बता दें कि रूबी ढल्ला ने 2004 में कनाडा की हाउस ऑफ कॉमन्स के लिए ब्रैम्पटन-स्प्रिंगडेल सीट से पहले चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इस जीत ने उन्हें कनाडा की संसद में पहली बार भारतीय मूल की महिला सांसद बना दिया। इसके बाद, उन्होंने 2006 और 2008 में भी चुनाव जीतकर लगातार तीन बार संसद सदस्य बनने का रिकॉर्ड बनाया। हालांकि, 2011 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा और 2015 में जब लिबरल पार्टी बहुमत के साथ सत्ता में आई, तो उन्होंने चुनाव में भाग न लेने का निर्णय लिया।
रूबी ढल्ला राजनीतिक से पहले थी मॉडल
रूबी ढल्ला का राजनीतिक करियर न केवल उनके भारतीय मूल के कारण महत्वपूर्ण है, बल्कि उनके कई क्षेत्रों में कार्यों का भी उनके व्यक्तित्व पर गहरा असर पड़ा है। राजनीति में आने से पहले, वह एक मॉडल और होटल व्यवसायी रही हैं। इसके अलावा, वह एक प्रेरक वक्ता भी हैं, और उनके जीवन के अनुभवों ने उन्हें समाज में बदलाव लाने के लिए प्रेरित किया है। ढल्ला का मानना है कि उनके अनुभव उन्हें एक सशक्त और समावेशी नेतृत्व प्रदान करने में मदद करेंगे, जो देश को नई दिशा देने में सक्षम होगा।
जानें कितने नेता लड़ रहे चुनाव
उनकी उम्मीदवारी से लिबरल पार्टी की लीडरशिप रेस में नई जान आ गई है, और कई अन्य नेता भी इस रेस में शामिल हैं। इसके अलावा इस रेस में पूर्व उप प्रधानमंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड, पूर्व बैंकर मार्क कार्नी, सदन की नेता करीना गोल्ड, नोवा स्कोटिया के सांसद जैमे बैटिस्टे और पूर्व सांसद फ्रैंक बेलिस शामिल हैं। पार्टी के नए नेता का चुनाव लिबरल पार्टी के भविष्य को प्रभावित करेगा, और ऐसे में रूबी ढल्ला का नाम उभरकर सामने आना राजनीतिक दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण है। उनका चुनाव अभियान कनाडा के भविष्य के लिए सकारात्मक बदलाव लाने का वादा करता है, और वह प्रधानमंत्री बनने के अपने लक्ष्य की दिशा में आगे बढ़ रही हैं।