उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां महिला ने कांग्रेस सांसद राकेश राठौर पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है। महिला की ओर से मुकदमा दर्ज कराने के 12 दिन बाद गुरुवार को नगर कोतवाली पुलिस ने राठौर को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के समय वह लेाहारबाग स्थित अपने घर पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
सांसद का आरोपों पर बयान
राठौर ने अपनी गिरफ्तारी के बाद आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे एक राजनीतिक साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि भूमाफियाओं के खिलाफ उनकी चल रही मुहिम के कारण उन पर यह मुकदमा दायर किया गया है। सांसद ने कहा कि उन्हें न्यायपालिका और ईश्वर पर पूरा भरोसा है और उनके खिलाफ उठाई जा रही मांगें निराधार हैं।
गिरफ्तारी और पूछताछ
सांसद की गिरफ्तारी दोपहर लगभग डेढ़ बजे हुई, जिसके बाद पुलिस उन्हें कोतवाली लेकर आई। यहां उनके बयान दर्ज किए जा रहे हैं और बाद में उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा। राठौर के परिवार और समर्थक भी कोतवाली में जमा हो गए हैं, जहां स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
पीड़िता के आरोपों का विवरण
पीड़िता का कहना है कि वर्ष 2018 में राकेश राठौर विधायक थे, और इसी दौरान उनकी मुलाकात हुई थी। राठौर ने महिला को राजनीति में संजीवनी देने का आश्वासन दिया और उसे एक जातीय संगठन का महिला अध्यक्ष बना दिया। इसके बाद 2020 में राठौर ने महिला को अपने घर बुलाकर बलात्कार किया और इसके बाद कई बार शारीरिक शोषण किया।
धमकी और शोषण का आरोप
पीड़िता का यह भी आरोप है कि राठौर ने एक सादे कागज पर आपत्तिजनक शब्द लिखवाकर उस पर हस्ताक्षर कराए और विरोध करने पर उसे बदनाम करने की धमकी दी। महिला का दावा है कि सांसद ने जान-माल के नुकसान की भी धमकी दी, ताकि वह चुप रहे।
राजनीतिक संदर्भ
राठौर ने अपनी गिरफ्तारी को राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा बताते हुए, इसे उनकी बढ़ती लोकप्रियता और भूमाफियाओं के खिलाफ अभियान से जोड़ दिया है। इस पूरे मामले ने क्षेत्रीय राजनीति में तूफान मचा दिया है और सभी की नजर अब अदालत पर है, जहां मामले की आगे की सुनवाई होगी।