महाशिवरात्रि हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो भगवान शिव की पूजा और व्रत का दिन होता है। यह दिन भक्तों के लिए विशेष रूप से अहम होता है, क्योंकि इस दिन भगवान शिव के प्रति आस्था और श्रद्धा को और भी अधिक बढ़ाया जाता है। महाशिवरात्रि का व्रत रखने से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट होते हैं और भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।
महाशिवरात्रि कब है?
हिंदू पंचांग में बताए गए समय के अनुसार महाशिवरात्रि यानी कि फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी तिथि 26 फरवरी को सुबह 11 बजकर 9 मिनट से आरंभ होगी और इसका समापन 27 फरवरी को सुबह 8 बजकर 55 मिनट पर है। महाशिवरात्रि की पूजा में रात्रि के प्रहर की पूजा का महत्व खास माना जाता है इसलिए महाशिवरात्रि 26 फरवरी को मानी जाएगी और इसका व्रत भी उसी दिन रखा जाएगा। व्रत का पारण 27 फरवरी को किया जाएगा।
महाशिवरात्रि के दिन महादेव को प्रसन्न करने के लिए कुछ खास उपाय किए जा सकते हैं, जिनसे उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है।
1. निराहार व्रत रखें: महाशिवरात्रि पर सबसे पहला और महत्वपूर्ण उपाय है कि भक्त इस दिन निराहार व्रत रखें। इस दिन कोई भी भोजन न करने से शरीर और मन की शुद्धि होती है और भगवान शिव का आशीर्वाद मिलता है। इस दिन पूरी रात जागकर शिव की पूजा और जाप करना बेहद फलदायी होता है।
2. रुद्राक्ष की माला से जाप करें: महाशिवरात्रि के दिन रुद्राक्ष की माला से "ॐ नमः शिवाय" का जाप करना अत्यंत प्रभावी माना जाता है। इससे मानसिक शांति मिलती है और भगवान शिव का आशीर्वाद मिलता है। रुद्राक्ष की माला से किए गए जाप से सभी तरह के कष्ट दूर होते हैं और व्यक्ति को सफलता मिलती है।
3. बेलपत्र अर्पित करें: महाशिवरात्रि के दिन बेलपत्र भगवान शिव को बेहद प्रिय होते हैं। इन बेलपत्रों को शुद्ध करके शिवलिंग पर चढ़ाने से महादेव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। साथ ही, ये बेलपत्र नकारात्मक ऊर्जा को भी नष्ट करते हैं और जीवन में सकारात्मकता लाते हैं।
4. शिवलिंग पर दूध और शहद चढ़ाएं: शिवलिंग पर दूध, जल, शहद और शक्कर चढ़ाने से भगवान शिव खुश होते हैं और व्यक्ति की इच्छाएं पूरी होती हैं। यह उपाय करने से सभी बुरे प्रभाव और संकट दूर होते हैं।
5. गरीबों और ब्राह्मणों को दान करें: महाशिवरात्रि के दिन ब्राह्मणों को भोजन कराना और गरीबों को दान देना भी एक महत्वपूर्ण उपाय है। इस दिन किए गए दान का महत्व बहुत अधिक होता है, और यह पुण्य प्राप्त करने का उत्तम साधन माना जाता है।