उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र से पहले आज यानी सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानभवन के मुख्य द्वार का उद्घाटन किया। इस मौके पर विधानसभा परिसर में विभिन्न भित्तिचित्रों का भी अनावरण किया गया, जो विधानसभा के सौंदर्यीकरण और आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस कार्य को विधानसभा को हाईटेक और अधिक कलात्मक बनाने के उद्देश्य से पूरा किया गया है।
नव निर्मित भित्तिचित्रों में भारत की ऐतिहासिक घटनाओं और राजनीतिक व्यवस्था को जीवंत रूप में उकेरा गया है। इन भित्तिचित्रों में गीता के विभिन्न प्रसंगों को भी दर्शाया गया है, जिससे भारतीय संस्कृति और धार्मिक शिक्षा का समावेश भी हुआ है। इसके अलावा, इन चित्रों में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किए गए कार्यों को भी प्रदर्शित किया गया है, जो राज्य की विकास यात्रा को दिखाते हैं।
सीएम योगी ने इस मौके पर विधानसभा के सौंदर्यीकरण और आधुनिकीकरण के महत्व को बताया और इसके जरिए प्रदेश की पहचान को और मजबूत करने का संकल्प व्यक्त किया। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने मुख्यमंत्री को एक-एक भित्तिचित्र के बारे में पूरी जानकारी दी और बताया कि ये चित्र विधानसभा की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को उजागर करते हैं।
इसके अलावा, विधानभवन के मुख्य द्वार की नई रूपरेखा भी जनता के ध्यान आकर्षित कर रही है। पहले जहां विधानसभा में लकड़ी का गेट हुआ करता था, अब उसे बदलकर अत्याधुनिक और नक्काशीदार स्टील का मजबूत गेट लगाया गया है। यह नया गेट विधानसभा की भव्यता और समृद्धि को प्रदर्शित करता है।
विधानसभा परिसर में किए गए ये परिवर्तन न केवल तकनीकी दृष्टि से उन्नत हैं, बल्कि यह राज्य की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को भी सम्मानित करते हैं। विधानसभा का यह नया रूप प्रदेश की विकास यात्रा की प्रतीक है, जो न केवल आधुनिकता को अपनाता है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को भी संरक्षित करता है।
इन सुधारों के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उत्तर प्रदेश सरकार न केवल राज्य के प्रशासनिक ढांचे को सशक्त बना रही है, बल्कि राज्य की संस्कृति, कला और इतिहास को भी समृद्ध कर रही है। इस कदम से विधानसभा भवन अब और भी भव्य और प्रगति की दिशा में अग्रसर नजर आता है।