केरल में कांग्रेस पार्टी के प्रमुख समाचार पत्र ‘वीक्षणम डेली’ ने 17 फरवरी, 2025 को कांग्रेस सांसद शशि थरूर की आलोचना की। हाल ही में दिए गए उनके बयानों के बाद पार्टी के मुखपत्र ने एक संपादकीय प्रकाशित किया, जिसमें शशि थरूर की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे की तारीफ को लेकर आपत्ति जताई गई। संपादकीय में केरल की वामपंथी सरकार की प्रशंसा करने पर भी सवाल उठाए गए, हालांकि इसमें थरूर का नाम सीधे तौर पर नहीं लिया गया।
थरूर के बयान पर प्रतिक्रिया
14 फरवरी, 2025 को शशि थरूर ने पीएम मोदी के अमेरिकी दौरे के दौरान डोनाल्ड ट्रंप के साथ उनकी मुलाकात की तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि इससे भारत और अमेरिका के रिश्तों में सुधार हुआ है। थरूर ने यह भी बयान दिया था कि मोदी ने ट्रंप के सामने भारतीयों के साथ किए गए बर्ताव पर विरोध जताया होगा।
मुखपत्र की कड़ी टिप्पणी
‘वीक्षणम डेली’ ने इस बयान को आलोचनात्मक तरीके से पेश किया। संपादकीय में कहा गया कि पीएम मोदी का ट्रंप से गले मिलना और व्यापार-सैन्य संधियों में समझौते प्राप्त करना कोई बड़ी उपलब्धि नहीं है। इसके साथ ही, शशि थरूर से यह भी कहा गया कि वह आगामी स्थानीय निकाय चुनावों से पहले पार्टी कार्यकर्ताओं की उम्मीदों को न तोड़ें। संपादकीय में यह चेतावनी भी दी गई कि कांग्रेस को अपनी चुनावी संभावनाओं को कमजोर नहीं करना चाहिए।
थरूर का स्पष्टीकरण और मुखपत्र की प्रतिक्रिया
थरूर ने अगले दिन दावा किया कि उनका लेख केवल केरल में स्टार्टअप और उद्यमिता के क्षेत्र में प्रगति को दर्शाने के लिए था, जिसमें कोई राजनीतिक संदर्भ नहीं था। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य राज्य के विकास को उजागर करना था। हालांकि, ‘वीक्षणम डेली’ ने उनकी सफाई को खारिज करते हुए कहा कि उनकी टिप्पणी कांग्रेस की आगामी रणनीति के लिए हानिकारक हो सकती है।
औद्योगिक विकास पर विवाद
संपादकीय ने माकपा सरकार के खिलाफ कड़ी टिप्पणी की, आरोप लगाया कि वामपंथी शासन ने राज्य को औद्योगिक दृष्टि से पिछड़ा बना दिया। लेख में केरल के पूर्व मुख्यमंत्रियों जैसे आर शंकर, ओमन चांडी और ए के एंटनी के नेतृत्व में किए गए औद्योगिक विकास के प्रयासों की तारीफ की गई। वहीं, वर्तमान उद्योग मंत्री पी राजीव की आलोचना करते हुए पूछा गया कि वह अपनी जिम्मेदारियों में कितना सफल रहे हैं।
राजनीतिक असर
संपादकीय के अंत में कहा गया कि कांग्रेस को अपने अंदरूनी मतभेदों को खत्म करने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने इस मुद्दे पर विपक्ष को निशाना बनाते हुए कहा कि थरूर का बयान केरल में कांग्रेस के दुष्प्रचार को नकारने का प्रयास था। इसके अलावा, केरल कांग्रेस के अध्यक्ष ने वामपंथी सरकार पर लघु उद्यमों के आंकड़े बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने का आरोप लगाया, लेकिन थरूर का नाम नहीं लिया।