झारखंड पुलिस के लिए चुनौती बने कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया है। यह घटना मंगलवार की सुबह पलामू के चैनपुर के अंधारी ढोडा में हुई है। अमन साहू को रांची पुलिस की टीम पूछताछ के लिए रायपुर से रांची ला रही थी। पुलिस ने उसे रिमांड पर लिया था। रायपुर से रांची लाने के दौरान पुलिस की गाड़ी पलामू के चैनपुर इलाके में अमन साहू गिरोह के अपराधियों ने पुलिस की गाड़ी पर बम से हमला किया, जिसके बाद पुलिस की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गयी।
दुर्घटना के बाद अमन साहू ने पुलिस का इंसास हथियार छीन लिया और भागने लगा। पुलिस ने जब उसे रोकने की कोशिश की तो उसने पुलिस पर फायरिंग करनी शुरु कर दी। पुलिस की टीम ने भी जवाबी फायरिंग की, जिसमें अमन साहू को कई गोलियां लगी। घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई. हालांकि अभी तक इस घटना की कोई आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है।
उल्लेखनीय है कि झारखंड में अमन साहू गिरोह का आतंक और उत्पात अन्य आपराधिक गिरोहों की तुलना में बढ़ा है। तीन दिन पहले इसी गिरोह के अपराधियों ने रांची के बरियातू रोड में कोयला ट्रांसपोर्टर बिपिन मिश्रा पर फायरिंग की थी। झारखंड पुलिस ने अमन साहू गिरोह के खिलाफ सबसे अधिक कार्रवाई की है, लेकिन अमन साहू गिरोह का उत्पात कम नहीं हुआ है। पिछले साल में राज्य के अलग-अलग जिलों में इस आपराधिक गिरोह से जुड़े करीब 30 से अधिक अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
पुलिस की कार्रवाईयों के बीच भी अमन साहू गिरोह के अपराधी कोल परियोजना में लगे वाहनों में आगजनी, हत्या और गोलीबारी कर कारोबारियों से रंगदारी की मांग कर पुलिस को चुनौती देने का काम करता रहा है।
हजारीबाग में एनटीपीसी के डीजीएम कुमार गौरव की हत्या के मामले में भी इसी गिरोह का नाम सामने आ रहा था। एसपी ऋषभ झा के नेतृत्व में एटीएस की टीम लगातार संगठित आपराधिक गिरोह के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।
एटीएस ने अमन साहू के भाई समेत गिरोह के 22 अपराधियों पर मामला दर्ज किया है उसमें अमन साहू का भाई आकाश साहू, आकाश रॉय मोनू, हरि तिवारी, आशीष साहू, राहुल सिंह, राजा अंसारी, राहुल दुबे, योगेश्वर महतो का नाम प्रमुख रूप से शामिल है।