बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। हालात ये हो गए हैं कि कट्टरपंथी ताकतें पूरी तरह से बेखौफ होकर हिन्दू युवाओं को निशाना बना रही हैं। बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस की अगुवाई वाली सरकार की शह पर इस्लामिक कट्टरपंथी अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। बांग्लादेश के ठाकुरगांव जिले में हाल ही में एक हिन्दू युवती श्राबनी सेन का अपहरण किया गया और उसे जबरन इस्लाम धर्म अपनाने पर मजबूर किया गया।
बता दें कि 17 वर्षीय श्राबनी सेन का अपहरण एक कट्टरपंथी ने किया। इसके बाद, जब श्राबनी के पिता ने अपनी बेटी को ढूंढने के लिए ठाकुरगांव सदर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई, तो पुलिस ने किसी प्रकार की सहायता नहीं की। इसके बाद पीड़ित परिवार को यह जानकारी मिली कि उनकी बेटी को जबरन धर्म परिवर्तन करा कर मुसलमान बना दिया गया है। पुलिस की निष्क्रियता और प्रशासनिक सहयोग की कमी ने इस मामले को और भी जटिल बना दिया।
श्राबनी को ढाका स्थित एक मदरसे में रखा गया था, जहां उसे इस्लाम अपनाने के लिए मजबूर किया गया। नाबालिग युवती के अपहरण और धर्म परिवर्तन की यह घटना बांग्लादेश में हिन्दू समुदाय के खिलाफ बढ़ती हिंसा और असुरक्षा की ओर इशारा करती है।

बांग्लादेश में हिन्दू महिलाओं को विशेष रूप से निशाना बनाया जा रहा है, जहां उन्हें अपहरण, बलात्कार, और धर्म परिवर्तन जैसे गंभीर अपराधों का सामना करना पड़ रहा है। इस मामले से संबंधित पीड़िता की फोटो और पुलिस थाने में दर्ज आवेदन की कॉपी भी साझा की है, जिससे इस घटना की गंभीरता और बढ़ जाती है।