बिहार में शराबबंदी कानून के बावजूद शराब तस्करी का जाल दिन-ब-दिन और शातिर होता जा रहा है। तस्करों की तिकड़में अब सोच से भी आगे निकल चुकी हैं। कटिहार जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने पुलिस को भी हैरानी में डाल दिया। अब शराब छिपाने के लिए बुर्के को हथियार बनाया जा रहा है। शुक्रवार (18 अप्रैल 2025) को उत्पाद विभाग की टीम ने मनिया रेलवे स्टेशन पर दो संदिग्ध महिलाओं को हिरासत में लिया।
मुखबिर से मिली जानकारी के बाद जब उन महिलाओं की तलाशी ली गई, तो उनके बुर्के के भीतर से विदेशी शराब की बोतलें बरामद हुईं। पहली नज़र में दोनों महिलाएं गर्भवती लग रही थीं, लेकिन जांच के बाद सच्चाई सामने आई- उनका पेट नहीं, बल्कि शराब से भरा था।
ट्रेन से लाई जा रही थी तस्करी की खेप
जानकारी के अनुसार, शराब पश्चिम बंगाल के कुमेदपुर से ट्रेन द्वारा बिहार लाई जा रही थी। जैसे ही महिलाएं मनिया स्टेशन पर उतरीं, उत्पाद विभाग की टीम हरकत में आ गई। महिला पुलिसकर्मियों द्वारा तलाशी लेने पर खुलासा हुआ कि दोनों महिलाओं ने अपने शरीर पर टेप की मदद से शराब की बोतलें चिपका रखी थीं और ऊपर से बुर्का पहन रखा था ताकि किसी को शक न हो।
शराबबंदी का मज़ाक बनाते तस्कर
राज्य में अप्रैल 2016 से पूर्ण शराबबंदी लागू है, लेकिन तस्कर कानून का खुलेआम मज़ाक उड़ाते दिख रहे हैं। कभी दूध के कंटेनर, कभी एंबुलेंस, और अब बुर्का पहनकर महिलाएं शराब की खेप लेकर घूम रही हैं। इस तरह की घटनाएं न सिर्फ कानून-व्यवस्था को चुनौती दे रही हैं, बल्कि महिलाओं के धार्मिक परिधानों का दुरुपयोग कर सामाजिक विश्वास को भी चोट पहुंचा रही हैं।
मद्यनिषेध विभाग के अधिकारी सुभाष कुमार सिंह के अनुसार, लगातार मिल रही खुफिया सूचनाओं के आधार पर कार्रवाई तेज की गई है। दोनों गिरफ्तार महिलाओं से पूछताछ की जा रही है ताकि इस गिरोह के पीछे के मास्टरमाइंड तक पहुंचा जा सके।