शिमला में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार (22 अप्रैल 2025) को हुए कायराना आतंकी हमले में 26 लोगों की निर्मम हत्या के बाद पूरे देश में आक्रोश है। इस घटना के विरोध में देश भर में लोग सड़कों पे उतर आए हैं। बुधवार को शिमला में विश्व हिंदू परिषद के बैनर तले विभिन्न हिंदू संगठनों ने उपायुक्त कार्यालय के बाहर जोरदार धरना प्रदर्शन किया, इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने आतंकवाद के खिलाफ जमकर नारे बाजी की और आतंकियों को करारा जवाबदेने की मांग की। इस दौरान ‘भारत माता की जय’ और ‘आतंकवाद मुर्दाबाद’ के नारे गूंजते रहे।
हिंदु जागरण मंच के प्रांत संयोजक भरत भूषण ने कहा कि यह हमला धर्म के आधार पर किया गया नरसंहार है। “आतंकवाद का कोई धर्म नहीं” कहने वालों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि हर हमले के पीछे एक ही विचारधारा क्यों होती है? हमलावरों ने नाम पूछकर गोली मारी और कई पीड़ितों की पहचान न होने पर उनके कपड़े उतरवाकर हत्या की।
उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि अगर हमले के पीछे पाकिस्तान की साजिश है, तो केवल सर्जिकल स्ट्राइक नहीं, अब दिन के उजाले में जवाब दिया जाना चाहिए। टैंक लेकर पाकिस्तान में घुसकर उन्हें करारा जवाब दिया जाए।
भरत भूषण ने हिमाचल प्रदेश की सुरक्षा को लेकर भी चिंता जताई और कहा कि राज्य भी खतरे की जद में है। उन्होंने आरोप लगाया कि मस्जिद मामले में भी मुस्लिम समुदाय ने प्रशासन को गुमराह किया है। अक्टूबर में तोड़ने की बात हुई लेकिन अप्रैल बीत गया और कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने बाहरी लोगों की पहचान और निगरानी की भी मांग की।