राजधानी दिल्ली एक बार फिर लव जिहाद के घिनौने षड्यंत्र का शिकार बनी है। दक्षिणी दिल्ली के वसंत कुंज इलाके से लापता हुई 14 वर्षीय हिन्दू लड़की को नौशाद आलम बहला-फुसलाकर पहले पुणे ले गया, फिर उसका धर्म परिवर्तन करवाकर निकाह कर लिया। शनिवार (26 अप्रैल 2025) को दिल्ली पुलिस की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने हिमाचल प्रदेश के धर्मपुर इलाके में छापा मारकर इस मासूम को बरामद किया और आरोपी नौशाद को गिरफ्तार कर लिया।
हद तो तब हो गई जब मेडिकल रिपोर्ट में सामने आया कि नाबालिग डेढ़ महीने की गर्भवती है। इस पूरे प्रकरण की शुरुआत तब हुई जब 3 मार्च को वसंत कुंज साउथ थाने में लड़की की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुई। शुरुआती जांच में पता चला कि नाबालिग अपनी मां का मोबाइल इस्तेमाल करती थी और आदी व नौशाद नामक युवकों के संपर्क में थी।
WhatsApp चैट से खुला काले मंसूबों का राज
नाबालिग लड़की की पहले आदी से दोस्ती कराई गई और फिर उसे नौशाद से मिलवाया गया। इस्लामी जाल में फंसाने की ये साजिश पूरी तरह सुनियोजित थी। पूछताछ में सामने आया कि आरोपी ने लड़की को पुणे ले जाकर धार्मिक पहचान बदलवाई, निकाह किया और उसके बाद पहचान छिपाते हुए हिमाचल की ओर भाग गया।
पुलिस जब पुणे पहुंची, तब तक आरोपी फरार हो चुका था। आखिरकार, WhatsApp नंबर की लोकेशन ट्रेस कर टीम हिमाचल के धर्मपुर पहुंची, जहां से नौशाद को धर दबोचा गया।
घटना से उठे कई बड़े सवाल
एक 14 साल की बच्ची को कैसे इतनी आसानी से बहकाया गया?
धर्मांतरण के बाद निकाह- क्या ये लव जिहाद का एक और उदाहरण नहीं?
क्या देश में मासूम हिन्दू बच्चियाँ सुरक्षित हैं?
कानून का शिकंजा कस गया है, लेकिन सवाल कायम हैं
पुलिस ने नौशाद के खिलाफ पॉक्सो एक्ट, धार्मिक स्वतंत्रता हनन और अपहरण सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। मगर सवाल यही है- कब तक इस देश में मासूम बेटियाँ लव जिहाद की बलि चढ़ती रहेंगी?