उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर की गलियों मेंतालिबानी हैवानियत का नंगा नाच देखने को मिला। यहां एक हिंदू युवक और मुस्लिम युवती को इस्लामी भीड़ ने घेर लिया और बेरहमी से मारपीट शुरू कर दी। दोनों की चीखें बाजार के कोने-कोने तक गूंजती रहीं, लेकिन इंसानियत को जैसे लकवा मार गया। भीड़ ने न केवल मारपीट की, बल्कि पीड़िता के सिर से बुर्खा उतार कर उसका वीडियो बनाना शुरू कर दिया। धमकी दी गई कि वीडियो वायरल कर दिया जाएगा!
पीड़िता की मां उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस लिमिटेड में किस्तों की उगाही का काम करती हैं, जिससे उसके परिवार का गुजर बसर चलता है। शनिवार (12 अप्रैल 2025) को पीड़िता ने बताया कि किस्त वसूली के लिए माँ ने उसे अपने सहकर्मी सचिन कुमार के साथ भेजा था। वापसी में सुजडू गांव से मीनाक्षी चौक की तरफ आते समय इन दोनों पर दर्जी वाली गली में हमला कर दिया गया। वही पर एक बैटरी की दुकान में 8-10 मुसलमानों की भीड़ ने अचानक उन्हें घेर कर गाली-गलौज करते हुए हमला कर दिया।
सुदर्शन न्यूज के पास एक्सक्लूसिव जानकारी है, जिसके मुताबिक इन दरिंदों में से एक आरोपी इलाके में मिठाई की दुकान चलाता है- हैरानी की बात ये है कि वहां सेकुलर हिंदू लाइन में लगकर उसकी दुकान से मिठाइयां खरीदते हैं। मौके पर 112 पुलिस तो पहुँची, पर तब तक जो होना था हो चुका था। भीड़ की दरिंदगी से कुछ स्थानीय लोगों ने जैसे-तैसे दोनों को बचाया। इसके बाद पीड़ित थाने पहुँचे और रिपोर्ट दर्ज करवाई। FIR की कॉपी भी सुदर्शन न्यूज़ के पास मौजूद है। हमारे पास इस तालिबानी हमले का वीडियो भी है, जो इस भयानक सच्चाई की गवाही देता है।
सोशल मीडिया पर अब उबाल है। पूरे देश से मांग उठ रही है कि ऐसे दरिंदों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए, ताकि आने वाले समय में कोई भी हिंदू बेटा या बेटी इस्लामी भीड़ का शिकार न बने। सवाल ये भी उठता है कि आखिर सेकुलर समाज कब तक आँखें मूँद कर बैठा रहेगा?