उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में लैंड जिहाद का मामला सामने आया है। यहाँ हिन्दू संगठनों द्वारा सरकारी अस्पताल और रेलवे स्टेशन की तरफ जाने वाली सड़क पर अवैध कब्ज़े की शिकायत प्रशासन से की गई है। अधिकतर कब्जेदार मुस्लिम समुदाय से हैं जिन्होंने अपनी दुकानों के नाम चिंटू-पिंटू आदि रखे हुए हैं। इन दुकानों पर खुलेआम तेज धारदार हथियारों से विभिन्न पशु-पक्षियों का माँस काटा जाता है।
सुदर्शन न्यूज़ के चंदौली संवाददाता प्रशांत सिंह के मुताबिक जिले के रेलवे स्टेशन से पास ही के कमलापति सरकारी अस्पताल जाने वाली सड़क पूरी तरह से मुस्लिम दुकानदारों के कब्ज़े में हैं। इन दुकानदारों के पास कोई भी शासकीय या प्रशासनिक दस्तावेज मौजूद नहीं है। पूछे जाने पर नौशाद नाम के दुकानदार ने बड़े ताव से एक स्थानीय विधायक का नाम लिया। वध वाली दुकानों के बोर्डों पर KGN (ख्वाजा गरीब नवाज) का स्टीकर भी साफ़ दिखता है।
नौशाद ने बड़ी बेशर्मी से यह भी कहा कि उनकी अवैध कब्जेदारी के बदले सरकार उन्हें दंड नहीं बल्कि कहीं और पक्की जगह दे। मौके से भेजे गए फोटो और वीडियो से साफ़ दिख रहा है कि खुलेआम माँस काटा जाता है जो न आने-जाने वाले राहगीरों के लिए परेशानी का सबब है बल्कि अस्पताल में भर्ती मरीजों की बीमारी को दोगुना करने वाला है। इन करतूतों से PWD, रेलवे, खाद्य एवं औषध, और स्वास्थ्य विभाग सभी एक साथ प्रभावित हैं।
हालाँकि अज्ञात कारणों से कोई भी विभाग खुलेआम दिख रहे इस कृत्य पर बोलने को तैयार नहीं है। एक हिन्दू संगठन के स्थानीय प्रभारी चंद्रमोहन सिंह के अनुसार अवैध दुकानों पर मौजूद दुकानदार आने-जाने वाली राहगीर लड़कियों से लव जिहाद जैसी हरकतों में शामिल हैं। बतौर प्रशांत सिंह बेचा जा रहा माँस संबंधित है या प्रतिबंधित ये भी कोई नहीं जनता है। उन्होंने यह भी कहा कि दुर्गंध और जाम ने आसपास के लोगों का जीवन दूभर कर रखा है।
फिलहाल इस मामले में कट रहे पशु-पक्षियों से ज्यादा पीड़ा अस्पताल में भर्ती मरीज उठा रहे हैं। जिन तेज धारदार हथियारों से पशु पक्षियों को काटा जा रहा है उनको रखने का सरकारी अधिकार भी नौशाद जैसों को है या नहीं ये भी फ़िलहाल प्रशासन की चुप्पी में दबा हुआ है। इस बात की भी गारंटी लेने को कोई नहीं तैयार है कि खून, माँस और हड्डी का खुलेआम कारोबार कर रहे ये सभी देश, प्रदेश के हैं या कहीं बाहरी। सारांश में यही कहा जा सकता है कि चंदौली का वो इलाका अभी तो कानून के दायरे से बाहर ही प्रतीत होता है।
बताते चलें कि सुदर्शन न्यूज़ लगातार व्यापार जिहाद और लैंड जिहाद जैसे मुद्दों पर प्रखरता से अपनी आवाज उठाता आ रहा है। चंदौली जिला महादेव शिव की पवित्र नगरी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का ही एक हिस्सा माना जाता है। यह जिला बिहार से सटा हुआ है जिस वजह से यहाँ की संवेदनशीलता और अधिक बढ़ जाती है। ऐसे में स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि जल्द ही शासन और प्रशासन उनकी समस्या पर गौर करेगा।