अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम सियांग जिले के हिगी बागड़ा गांव में आज से 'अरुणाचल अनानास महोत्सव Bagra 2.0' की शुरुआत हो गई। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में उपमुख्यमंत्री चौना माइन उपस्थित रहे। अपने संबोधन में, उन्होंने आयोजक संस्था 'ऑल बागड़ा वेलफेयर सोसाइटी' (ABWS) को धन्यवाद दिया, जिन्होंने इस महत्वपूर्ण आयोजन का आयोजन किया, जो किसानों को नीति निर्माताओं से जोड़ता है और कृषि क्षेत्र को लाभ पहुंचाता है।
कृषि के महत्व पर जोर
चौना माइन ने अपने संबोधन में कहा, "आज मुझे बागड़ा और पश्चिम सियांग जिले के किसानों के बीच होने का सम्मान प्राप्त हो रहा है। कृषि हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और मैं खुद एक किसान होने के नाते हमेशा इस महत्वपूर्ण क्षेत्र के करीब रहा हूं।" उन्होंने कहा कि इस महोत्सव के माध्यम से हमें न केवल कृषि उत्पादों, बल्कि इस क्षेत्र की संस्कृति और खानपान को भी बढ़ावा देना चाहिए।
कृषि और पर्यटन को बढ़ावा देने की आवश्यकता
उन्होंने राज्य के विशाल भूभाग और उपयुक्त कृषि-जलवायु परिस्थितियों का उल्लेख करते हुए कहा कि इन कारणों से अरुणाचल प्रदेश में अनानास, संतरा जैसी फसलों की खेती संभव हो पाई है। विशेष रूप से बागड़ा को अनानास उत्पादन का केंद्र बताते हुए उन्होंने कहा कि पश्चिम सियांग जिले से अकेले बागड़ा क्षेत्र में हर साल लगभग 9,000 मीट्रिक टन अनानास का उत्पादन होता है।
कृषि क्षेत्र में नवाचार और सरकारी समर्थन
चौना माइन ने किसानों को अपनी कृषि गतिविधियों को अगले स्तर पर ले जाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पेमा खांडू के नेतृत्व में केंद्र और राज्य सरकारें किसानों को सशक्त बनाने के लिए कई पहलें कर रही हैं।"
कृषि उत्पादों के विपणन पर ध्यान केंद्रित
कृषि उत्पादों के विपणन के मुद्दे को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "मैं जानता हूं कि हमारे किसानों को उनके अच्छे उत्पादों को भी कभी-कभी बेहद कम कीमतों पर बेचना पड़ता है।" उन्होंने पोस्ट-हार्वेस्ट मैनेजमेंट समाधान की आवश्यकता पर जोर दिया और खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां स्थापित करने की सलाह दी।
जियोटैग उत्पादों को वैश्विक मंच पर बढ़ावा देने की आवश्यकता
उपमुख्यमंत्री ने क्षेत्रीय कृषि उत्पादों को वैश्विक मंच पर बढ़ावा देने की आवश्यकता को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि बागड़ा अनानास के लिए 'जियोटैग' (GI) पंजीकरण जरूरी है, ताकि इसकी विशिष्टता की रक्षा की जा सके और इसे राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बढ़ावा दिया जा सके।
कृषि में निरंतर विकास की उम्मीद
चौना माइन ने यह भी कहा कि राज्य सरकार किसानों के कल्याण के लिए निरंतर काम कर रही है और भविष्य में कृषि क्षेत्र में सुधार की उम्मीद जताई। उन्होंने बागड़ा के किसानों से अपने काम में और अधिक मेहनत करने का आह्वान किया और आश्वासन दिया कि सरकार उनकी हर संभव मदद करेगी।
स्थानीय किसानों को सम्मानित किया
उपमुख्यमंत्री ने क्षेत्र के प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया और उनकी कृषि में मेहनत और समर्पण की सराहना की।
समारोह में अन्य प्रमुख उपस्थितियां
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री, आरडब्ल्यूडी, पर्यटन आदि के मंत्री पसांग डोरजी सोना ने भी बागड़ा क्षेत्र के अनानास उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए समुदाय की मेहनत की सराहना की। इसके अलावा, बासर विधायक नयाबी जिनी डिरची, आलो पश्चिम विधायक टोपिन एते, पश्चिम सियांग के डिप्टी कमिश्नर मिस ममू हगे, डीआईजीपी टुमे आंमो, जिला परिषद चेयरपर्सन टुम्पे एते सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।