लखनऊ से मुंबई जा रही पुष्पक एक्सप्रेस बुधवार शाम 5 बजकर 47 मिनट पर महाराष्ट्र के जलगांव के पास एक भयावह हादसे का शिकार हो गई। अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक, जैसे ही ट्रेन भुजवल स्टेशन से निकलकर जलगांव के परांडे स्टेशन पहुंची, अचानक आग लगने की अफवाह फैलाई गई, जिसके बाद यात्रियों में अफरातफरी मच गई और कई लोगों ने ट्रेन से कूदने का प्रयास किया।
अफवाह के बाद चेन पुलिंग
जानकारी के अनुसार, आग की अफवाह के कारण यात्रियों ने ट्रेन की चेन पुलिंग कर दी, जिससे ट्रेन रुक गई। इसके बाद कुछ लोग बोगी से कूदने लगे, और इस दौरान दूसरी पटरी से कर्नाटक एक्सप्रेस आ गई। जिन यात्रियों ने कूदने का प्रयास किया, वे कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में आ गए और मौके पर ही अपनी जान गंवा बैठे। इस हादसे में 11 लोगों की मौत और 40 से ज्यादा लोग घायल हो गए।
थर्ड AC बोगी में आग की अफवाह
हादसे के दौरान वायरल हुए वीडियो में मरने वाले लोगों के शव थर्ड एसी बोगी के पास देखे गए, जिससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि आग की अफवाह संभवतः यहीं से फैली थी। इसके अलावा, दुर्घटना स्थल के पास एक छोटी नदी और पुल भी है, जिससे कुछ यात्रियों के नदी में कूद कर मरने की बात सामने आ रही है।
जांच के लिए DRM भुजवल की टीम पहुंची
घटना के बाद भुजवल के डीआरएम और रेलवे के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की है। शवों को स्थानीय अस्पताल भेजा गया है और पोस्टमार्टम के बाद मृतकों के परिजनों से संपर्क किया जाएगा।
20 मिनट बाद ट्रेन रवाना
घटना के बाद, पुष्पक एक्सप्रेस को 20 मिनट तक परांडे स्टेशन पर रोका गया, लेकिन फिर सिग्नल और किसी बड़े खतरे को न देखते हुए ट्रेन को मुंबई के लिए रवाना कर दिया गया।
साजिश की संभावना से भी इंकार नहीं
रेलवे प्रशासन का कहना है कि घटना को साजिश के एंगल से भी जांचा जा सकता है। कुछ यूजर्स ने आरोप लगाया है कि जलगांव में हाल ही में महाकुंभ जा रहे श्रद्धालुओं पर पथराव हुआ था, जिससे यह संभावना भी जताई जा रही है कि यह घटना भी किसी साजिश का हिस्सा हो सकती है, यानी पिछली घटनाओं के तरह ही जिहादियों ने इस बाद फिर बड़ी दुर्घटना की साजिश रची। रेलवे ने इस मामले में डीआरएम भुजवल से पूरी जांच करने की बात कही है।