इनपुट- ज्ञानेश लोहानी, लखनऊ
यूपी एस०टी०एफ० ने उत्तर प्रदेश शिक्षा चयन आयोग प्रयागराज द्वारा दिनांक 16-04-2025 व 17-04-2025 को आयोजित असिस्टेंट प्रोफेसर परीक्षा का फर्जी प्रश्नपत्र बनाकर अभ्यर्थियों से ठगी करने वाले गैंग के 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इस संबंध में पुलिस उपाधीक्षक दीपक कुमार सिंह के निर्देशन में सूचना एकत्रित की जा रही थी।
इसी बीच जानकारी मिली कि वेव सिनेमा हॉल के पीछे कुछ लोग उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग में सहायक प्रोफेसर परीक्षा में प्रश्न न आने व रूपये के लेन-देन को लेकर विवाद कर रहे हैं। इस सूचना पर टीम ने आटोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ पर आरोपी बैजनाथ पाल ने बताया कि वह लाल बहादुर शास्त्री, डिग्री कालेज, सिविल लाइन गोण्डा में राजनीतिक शास्त्र का सहायक प्रोफेसर है। उसने उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग में सहायक प्रोफेसर पद की परीक्षा के अभ्यर्थियों को महबूब अली द्वारा तैयार किये गये फर्जी प्रश्न-पत्र देकर उनसे भारी मात्रा में रूपये वसूले जाते हैं। उसकी कपिल कुमार व सुनील कुमार को प्राणि-विज्ञान विषय का पेपर देने की बात तय हुई थी। जिसके लिए उसने एक पेपर तैयार कराके कपिल कुमार को अपने भाई विनय पाल से पढवाया था। जिसे पढवाने के बाद उसने कपिल से वह पेपर ले लिया और जला दिया था, जिससे कोई सबूत न बचे।
कपिल व सुनील से अब तक कुल लगभग 12 लाख रूपये लिया है। जबकि 35 लाख रूपये प्रति व्यक्ति की बात तय हुई थी। परीक्षा देने के बाद दोनों (कपिल व सुनील) पहले से दिये रूपये भी वापस मांगने लगे थे क्योंकि उनका कहना है कि बैजनाथ द्वारा दिये गये प्रश्न पत्र में से ज्यादातर प्रश्न नहीं आये थे लेकिन उसने कहा था कि सारे प्रश्न आयेंगे। बरामद पैसों के बारे में बताया कि यह 10 लाख रूपय उसके हिस्से के हैं जो कपिल व सुनील से उसके भाई विनय पाल ने रायबरेली में जाकर प्रश्न-पत्र देने के नाम पर लिया था। बाकी 02 लाख रूपयों में से 01 लाख रूपये महबूब अली व 01 लाख रूपये विनय के हिस्से का है।