बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव आरक्षण के मुद्दे पर इन दिनों लगातार बयानबाजी कर रहे हैं. वहीं उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि जातीय गणना के आधार पर बढ़ाई गई आरक्षण की सीमा को संविधान की 9वीं अनुसूची में डाला जाए.
उन्होंने आशंका जताते हुए कहा कि हो सकता है नीतीश कुमार ने बाद में 9वीं अनुसूची में डालने का प्रस्ताव वापस ले लिया हो. इसको लेकर बीजेपी हो या जेडीयू, कोई कुछ नहीं बोल रहा है. हो सकता है कि नीतीश की केंद्र सरकार नहीं सुन रही है, न बिहार में उनका कोई सुन रहा है.
वहीं तेजस्वी की इस बयानबाजी पर अश्विनी चौबे ने पलटवार किया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे का जवाब आया है. उन्होंने तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि जिन्होंने कक्षा की पढ़ाई नहीं की वे नौंवी अनुसूची की बात करते हैं.
उन्होंने तेजस्वी और लालू यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि अपने पिता से जाकर पूछिए कि जंगलराज क्या था? लाठी पिलाने वाले लोग क्या जानें कि सरकार कैसे चलती है. मोदी जी को जानने में इन्हें सात जन्म लगने वाले हैं.
वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ईडी से डर वाले बयान पर अश्विनी चौबे ने कहा कि उन्हें डर क्यों लग रहा है? वे तो कहते हैं मैं किसी से डरने वाला नहीं हूं, पहले के काले कारनामें कुछ होंगे तो हो सकता है इसलिए उन्हें डर लग रहा हो.वे इस तरह की बात करके जनता को भ्रमित करना चाहते हैं.